Bhilwara: भीलवाड़ा में माण्डल थाना क्षेत्र में आठवीं कक्षा की एक छात्रा के पीने के पानी की बोतल में समुदाय विशेष के तीन युवकों द्वारा यूरिन मिलाने और बैग में प्रेम-पत्र लिखकर रखने के बाद लुहारिया में सोमवार को हुए उपद्रव को लेकर मांडल पुलिस ने दोनों समुदायों के नामद 79 लोगों सहित अन्य 200-250 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. साथ ही आठ लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रिंसिपल की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज


प्रकरण की जांच कर रहे पुर थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि छात्रा के साथ हुई घटना को लेकर स्कूल प्रिंसीपल की रिपोर्ट पर तीन नामजद छात्रों के खिलाफ सोमवार रात को केस दर्ज हो चुका है. लुहारिया में सोमवार को हुये पथराव व सरकारी जीप में तोडफ़ोड़ को लेकर माण्डल थाना अधिकारी मुकेश कुमार वर्मा की रिपोर्ट पर धारा 147, 148, 149, 336, 427 भादस व 3 पी डी पी पी एक्ट के तहत केस दर्ज कर किया गया है. इसमें बताया गया है कि सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज से उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए थाना प्रभारी वर्मा लुहारिया स्कूल पहुंचे. 


जहां लुहारिया चौकी का जाब्ता मौजूद था. तहसीलदार, सीबीईओ मांडल भी वहां आये. सुबह सवा आठ बजे स्कूल के बाहर गांव के लगभग 125-150 ग्रामीण एकत्रित हो गये . दस-बारह लोगों को स्कूल के अंदर ले जाकर वार्ता की गई. जिन्होंने प्रिंसीपल व अन्य शिक्षकों के स्थानांतरण सहित अन्य मांगे रखी गई. इन मांगों को मान लिया गया. इसी दौरान स्कूल के बाहर लगभग 200-250 युवक एकत्रित हो गये तथा नारेबाजी करते हुवे स्कूल के बाहर से रवाना होकर बस स्टेण्ड पर पहुंचे. इनमें से कुछ लोगो ने अपने हाथो में लकडिया व लोहे के सरिये ले लिये तथा बाजार की दुकाने बन्द करवा दूसरे समुदाय की बस्ती की ओर बढने लगे, जिन्हे पुलिस जाप्ता की सहायता से रोका गया. 


 साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने की कोशिश 


ये भी पढ़ें...


जेल में हुआ प्यार और हो गई प्रेग्नेंट, ऐसी थी लेडी डॉन पूजा की लव स्टोरी...


प्रतिक्रिया स्वरुप दूसरे समुदाय के लोग घरों से निकल कर एकत्रित हो गये. भीड से समझाईश की गई , लेकिन लोग नही माने और नारेबाजी कर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाडने की कोशिश करने लगे. कुछ समय बाद मौके पर एएसपी सिकाउ घनश्याम शर्मा, एएसपी पीटीएस किशनगढ़ लोकेश त्रिपाठी, डीएसपी मांडल कन्हैया लाल, एस डी एम माण्डल, तहसीलदार माण्डल, डीएसपी आसींद लक्ष्मण राम सहित अन्य अधिकारी अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर आ गये और भीड़ में शामिल लोगों से समझाइश की. लेकिन उतेजित भीड नही मानी. पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर व मणिराज सिहं भी आये जिनके द्वारा भी भीड को समझाईश कर प्रशासन द्वारा सारी मांगे मान लेने की बात कही और घर जाने के लिए कहा, जिस पर भीड़ में शामिल लोग छात्रा की बोतल में यूरिन मिलाने वालों को मौके पर लाने व उन्हें यूरिन पिलाने की मांग करने लगी. इसी दौरान भीड़ में शामिल कुछ लोग पत्थर फैंकने लगे. 


दुकान के सीसीटीवी कैमरे तोड़


एक युवक ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिये. प्रतिक्रिया स्वरुपदूसरे समुदाय की बस्ती की ओर से भी पत्थर व ईटें फेंकी गई. पुलिस ने भीड़ को हटाया. दोनों तरफ से फैंके गय पत्थर से पीटीएस कमांडेंट की सरकारी बोलेरो जीप का का शीशा टूट गया. इस रिपोर्ट पर पुलिस ने दोनों समुदायों के 79 लोगों को नामजद करते हुये प्रकरण दर्ज कर लिया. पुलिस ने जुटी भीड़ में से प्रकाश पुत्र शिवगिरी गोस्वामी, मुकेश गिरी पुत्र गोपाल गिरी गोस्वामी भगवानपुरा, नौरत लाल पुत्र बक्सु लाल खारोल, जमना लाल पुत्र अंबा लाल बलाई लुहारिया , ब्रहमानन्द पुत्र लादू लाल शर्मा थाबोला, परमेश्वर पुत्र जीवराज जाट निवासी केरियाखेडा, अकबर पुत्र सदीक पठान लुहारिया को डिटेन कर शान्ति कायम रखने के लिए धारा 151 में गिरफतार किया गया व बबलू सिहं पुत्र जगदीश सिहं जादव दरोगा निवासी लुहारिया जो पूर्व में भी धारा 108 में पाबंद चल रहा है को धारा 151-122 में गिरप्तार किया गया. मौके से आठ बाइक धारा 38 पुलिस एक्ट के तहत जब्त की गई.


एबीवीपी ने किया प्रदर्शन


वहीं, दूसरी और सकल हिंदू समाज और हिंदू संगठनों ने माण्डल में जबकि एबीवीपी के छात्रों ने कलेक्ट्री पर आरोपीयो के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की माँग को लेकर प्रदर्शन किया. माण्डल में प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित भीड़ ने मांडल कस्बे में दशमी पर पारंपरिक तरीके से निकल रहे चारभुजा भगवान के बेवान के दौरान लखारा चौक में एक समुदाय के द्वारा लगाए गए साउंड बंद नहीं करने से विवाद और इसके चलते तीन दिन मांडल के बाजार बंद रहने के मामले और इसके बाद सोमवार को लुहारिया माहौल गरमाने के मामले में रैली के रूप में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देने जाने की योजना बनाई. 


ये लोग मांडल कस्बे से होकर एसडीएम कार्यालय जाना चाहते थे, लेकिन मांडल व लुहारिया की घटना को लेकर उपजे हालात को देखते हुये पुलिस ने इन्हें कस्बे में प्रवेश करने से रोक दिया. इसके चलते ये लोग प्रशासन से उलझ गये, जिससे वहां गहमा-गहमी हो गई. ज्ञापन देने जाने वाले लोग कस्बे के अंदर से होकर जाने की जिद पर अड़ गये और बागोर-मांडल मार्ग के बीच बैठ कर प्रदर्शन करने लगे. पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर और अन्य नेताओं की समझाइश से मामला सुलझ गया. इसके बाद ये लोग सीधे ही मांडल तहसील कार्यालय पर उपखंड अधिकारी हुकमी चंद को ज्ञापन देने के लिए पहुँचे और ज्ञापन सोपा.