भीलवाड़ा में मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के नाम पर हॉस्पिटलों में फर्जीवाड़ा, ऐसे हुआ खुलासा
राजस्थान सरकार ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत महंगाई राहत कैंप लगा लगा कर लोगों को राहत पहुंचा रही है. हर पंचायत स्तर पर सरकार की उपलब्धि या सरकार की स्कीमें लोगों तक पहुंच रही है.
Bhilwara News : राजस्थान सरकार ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत महंगाई राहत कैंप लगा लगा कर लोगों को राहत पहुंचा रही है. हर पंचायत स्तर पर सरकार की उपलब्धि या सरकार की स्कीमें लोगों तक पहुंच रही है. वही मुख्यमंत्री द्वारा लागू की गई सबसे बड़ी योजना चिरंजीवी के नाम पर निजी अस्पतालों में फर्जीवाड़ा देखने को मिल रहा है. लोगों को निशुल्क बता कर इलाज को आगे बढ़ाने के नाम पर पैसे लिये जा रहे है.
जी हां ये गिराेह अलग-अलग क्षेत्र से चिरंजीवी याेजना के लाभार्थी काे बरगलाकर निजी अनंता हॉस्पिटल उदयपुर ले जाया जाता है. वहां मरीजाें की इलाज को आगे बढ़ाने के नाम पर पैसे की डिमांड की जाती है. पैसे लेकर गिराेह के सदस्य में बंटवारा कर देते है. ऐसा ही मामला एक भीलवाड़ा के आसींद वार्ड नंबर 1 बरनाघर निवासी प्रकाश भील के साथ हुआ. जहां उनको चिरंजीवी योजना के तहत निशुल्क बताकर आसींद क्षेत्र से करीब एक दर्जन लोगों को उदयपुर अनंता हॉस्पिटल ले जाया गए. जहां निशुल्क कैंप में सभी ने रजिस्ट्रेशन करवाया. फिर इलाज को आगे बढ़ाने के नाम पर लोगों से पैसे की डिमांड की.
आसींद बरनागर घर निवासी राहुल भील के इलाज के लिए प्रकाश भील से 1 हजार की डिमांड की है. प्रकाश भील ने बताया कि हमें तो निशुल्क बता कर या हॉस्पिटल लाए हैं फिर यह हॉस्पिटल चिरंजीवी में पैसे किस बात के लिए रहे हो. तो डॉक्टर ने बताया कि इलाज करवाना है तो पैसे जमा कराने पड़ेंगे इसी बात को लेकर प्रकाश भील अपने बच्चे और हॉस्पिटल की फाइल को लेकर वापस आसींद आ गया. उसके बाद से अनंता हॉस्पिटल से धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. की फाइल दे दो नहीं तो आपको कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ेंगे.
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना में हो रहे फर्जीवाड़े को उजागर करने पर भी अगर सरकार के बड़े अधिकारी सहयोग नहीं करेंगे तो गलत हो रहे कार्य को रोकना संभव नहीं हो पाएगा. पीड़ितों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि उनके साथ न्याय किया जाए और निजी अनंता हॉस्पिटल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
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