Mandal, Bhilwara: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में विगत एक सप्ताह में कांग्रेस नेताओं द्वारा पुलिस पर ड्यूटी के दौरान अभद्रता और गाली-गलौज का दूसरा बड़ा मामला सामने आया है. बता दें कि रविवार शाम मांडल थानाधिकारी के आदेश पर नवनियुक्त दीवान रामकिशोर मीणा थाने के बाहर मोटर एक्ट के तहत चालान बना रहे थे. 


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इस दौरान पूर्व में पुलिस विभाग के सिपाही रह चुके और वर्तमान कांग्रेस नेता, जिला परिषद सदस्या हर्षिता पहाड़िया के पिता और जिला ईंट भट्टा एसोसिएशन के जिला उपाध्यक्ष लादू लाल पहाड़िया जो राजस्व मंत्री राम लाल जाट के नजदीकी कार्यकर्ता है, जिन्होंने अपने ईंट भट्टा मजदूर की बाइक के चालान बनाने की बात पर भड़क उठे और मौके पर पहुंच ड्यूटी ऑफिसर रामकिशोर मीणा से बदसलूकी कर गली-गलौच करने लग गए. 


ड्यूटी ऑफिसर मीणा सहित अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा समझाइश के बावजूद पहाड़िया नहीं माने और थाने में जाकर और डीओ मीणा को अपना राजनीतिक रुबाब दिखाते हुए अभद्रता की है. इस घटनाक्रम के दौरान थानाधिकारी किसी अन्य मामले में जांच पर बाहर गए हुए थे. थाने पहुंचने पर मामले की जानकारी मिलते ही थानाधिकारी विनोद मीणा ने उच्च अधिकारियों से चर्चाकर राज कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. वहीं फिलहाल जांच बागौर थानाधिकारी को सौंपी गई है.


विदित हो कि कुछ दिनों पूर्व कोटडी थाने में शांती भंग के मामले में हवालात में बंद एक मुलजिम को पीटने की जिद करते हुए थाने में उदलियास के पूर्व सरपंच ने हाई प्रोफाइल ड्रामा किया और उसने संतरी के साथ भी बदसलूकी की. बीच-बचाव में आए सहायक उप निरक्षक मिठूलाल सुथार के साथ भी अभद्रता करने का प्रयास किया. इस पूरे घटनाक्रम के बाद लोगों में इस बात की चर्चा है कि कोटडी में पुलिस पर राजनीतिक दबाव बढ़ता जा रहा है और थाने में गाली-गलौज और ड्रामा करने के बावजूद पूर्व सरपंच को बिना कार्रवाई ही जाने देना चर्चा का विषय बन गया है. 


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ऐसे में सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं का रुबाब पुलिस के लिए अपराधियों में भय कायम रखने में असर्थता होने जैसा दिखाई दे रहा है. बता दें कि घटनाक्रम के 18 घंटे बीत जाने के बावजूद अभियुक्त को शांति भंग तक में गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस के इस राजनीतिक दबाव को आमजन में विश्वास के भाव भी चर्चा का विषय बने हुए हैं.


Reporter: Mohammad Khan


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