Mandal: भीलवाड़ा के मांडल में अखिल भारतीय संत समिति की राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक मांडल नीलकंठ महादेव मंदिर में प्रदेश महामंत्री दीपकपूरी के आतिथ्य में आयोजित हुई. बैठक में समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्रानन्द काशी, शिवानंद पुष्कर, राधे बाबा प्रदेश अध्यक्ष वल्लभाचार्य ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया.
                                 
महंत दीपक पूरी ने बताया कि कोरोना काल में पिछले दो सालों से बैठक नहीं हो पायी जिसके अब कहीं जा कर पहली बैठक का आयोजन हुआ. बैठक की अध्यक्षता स्वामी जितेन्द्रानंद काशी ने की. स्वामी जितेन्द्रानंद ने कहा कि वर्तमान हालात में राष्ट्र विरोधी जो काम किये जा रहे हैं. इसके विरोध में अब संत समाज को आगे आकर समाज में जागृति लानी होगी. संत समाज के साथ साथ पुजारी वर्ग को भी साथ ले कर चलना होगा. तभी विश्व पटल पर भारत विश्वगुरू के रूप में वापस स्थापित हो पायेगा.


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 इस अवसर पर जैसलमेर से पधारे प्रदेश समिति के संरक्षक प्रताप पूरी ने सम्पूर्ण संत समाज को ही मठो से निकलकर समाज से सम्पर्क कर आमजन से संवाद स्थापित कर मठ मंदिर संस्कृति की ओर लौट कर मठो को गुरूकुल में परिवर्तित करना होगा, तभी हिन्दू समाज संगठित हो कर अपने राष्ट्र को परमवैभव को प्राप्त हो सकेगा. साथ ही बताया कि आजकल युवाओं में भांतिया फैली हुई है,  जिसके चलते भारतीय धार्मिक संस्कृति की उचित शिक्षा का अभाव होना है. अब समय आ गया है कि आज के युवा को धार्मिक ग्रंथों की शिक्षा राष्ट्रीय स्तर पर सुचारू की जाए. 


अखिल भारतीय संत समिति की राजस्थान प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक मांडल नीलकंठ महादेव मंदिर में प्रदेश महामंत्री दीपकपूरी के आतिथ्य में आयोजित हुई. बैठक में समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्रानन्द काशी, शिवानंद पुष्कर, राधे बाबा प्रदेश अध्यक्ष वल्लभाचार्य आदि संतो ने अपने विचार व्यक्त किए.


रिपोर्टर- दिलशाद खान


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