Sahara: सहाड़ा में भील खेड़ा के पास बनी हुई नाड़ी में डूबने से दो बालकों की मौत हो गई. दोनों बालकों के शव ग्रामीणों द्वारा 3 घंटे की तलाश करने के बाद देर रात में मिले.गंगापुर थाना एएसआई रेवत सिंह ने बताया कि नांदसा ग्राम पंचायत की भील खेड़ा के पास बनी हुई नाड़ी के निकट एक मोटरसाइकिल रविवार की शाम को खड़ी मिली. ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. 


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नाड़ी के पास ही मोटरसाइकिल, युवक के कपड़े, मोबाइल और जूते पड़े हुए मिले. ग्रामीणों को शंका हुई कि नाड़ी में कोई नहाने गया. ग्रामीणों ने जानकारी की तो पता चला कि दोनों बालक सरवन सिंह पिता छैल सिंह राजपूत उम्र 17 वर्ष और पवन सिंह पिता नारायण सिंह राजपूत उम्र 15 वर्ष चचेरे भाई हैं, जो शाम को नहाने के लिए नाड़ी पर आए थे. 


घटना की सूचना मिलने पर नांदसा और राणास गांव के ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर एकत्रित हो गई. रात्रि का समय होने के कारण ग्रामीणों ने लोहे की बलाइयों को रस्सी की सहायता से नाड़ी में फेंकी. लोहे की बलाई के हुक में मृतक बालक पवन सिंह के हाथ में बंधा हुआ लच्छा फंस गया, जिसकी सहायता से बालक का शव नाड़ी से बाहर निकाला गया, लेकिन दूसरे बालक का शव 2 घंटे की नांदसा और राणास के ग्रामीणों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद नाड़ी से बाहर निकाला गया.


दोनों चचेरे भाई थे मृतक


रात्रि में 1 बजे दोनों शवों को नाड़ी से बाहर निकाल कर गंगापुर चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया. दोनों शवों का सोमवार को पोस्टमार्टम करवा गया. राणास गांव में दोनों बच्चों के डूबने के समाचार मिलने से शोक की लहर दौड़ गई. नदी में डूबने से दोनों चचेरे भाइयों की मौत हो गई. दोनों के पिता छैल सिंह और नारायण सिंह सगे भाई हैं. दोनों के पुत्र नाड़ी में 9 गए पानी में डूबने से मौत हो गई.


घर का इकलौता चिराग बुझा
पवन सिंह पुत्र नारायण सिंह राजपूत उम्र 15 वर्ष परिवार में इकलौता लड़का था, जिसकी पानी में डूबने से मौत हो गई. परिवार का इकलौता चिराग ही बुझ गया.



Reporter- Dilshad Khan 


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