Bhilwara News: बनास नदी पर अवैध खनन, जिम्मेदार खामोश क्यों ? यहां बेखौफ हैं खनन माफिया
Bhilwara News: राजस्थान के मांडलगढ़ से अवैध खनन को लेकर बड़ी खबर है, बता दें कि बनास नदी में बेखौफ होकर खनन माफिया नदी को छलनी कर रहे हैं.सड़कों पर तेज रफ्तार से गुजरने वाले बजरी भरे वाहनों के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं.
Bhilwara News: भीलवाड़ा के मांडलगढ़ क्षेत्र में खनन माफिया के खिलाफ अभियान ख़त्म होते ही बीगोद से लेकर काछोला तक बनास नदी में खनन माफिया द्वारा धड़ल्ले से बजरी का अवैध खनन किए जाने के मामले सामने आ रहे हैं,बनास नदी में रात ओर दिन में जेसीबी मशीनों से गहरे गड्ढे कर बजरी का खनन कर परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा हैं,
सड़कों पर तेज रफ्तार से गुजरने वाले बजरी भरे वाहनों के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं,लेकिन जिम्मेदार अफ़सर खामोशी लिए बैठे हुए है.
अवैध बजरी खनन का खेल पुलिस और प्रशासन की जानकारी में होते हुए भी प्रभावी कारवाई नहीं की जा रही हैं,जिससे मिलीभगत की आशंका व्यक्त की जा रही हैं.मांडलगढ़ इलाके की सड़कों पर रात -दिन ट्रैक्टर ट्रॉलियों,डंपर ओर ट्रेलरों में खुलेआम अवैध खनन की बजरी बिजौलियां,बूंदी,कोटा,ओर चित्तौड़गढ़ जिले में मंहगे दामों सप्लाई की जा रही हैं.
बनास नदी में अवैध खनन ओर वाहनों के परिवहन को लेकर खनन माफिया ने अपना नेटवर्क स्थापित कर रखा हैं,नदी के रास्तों ओर बजरी भरे वाहनों के निर्धारित मार्गो पर मुखबिरों की तैनातगी रहती हैं,जो सरकारी जिम्मेदार नुमाइंदों की चहल कदमी होते ही मोबाइल फोन की सूचना से खनन माफिया को अलर्ट कर दिया जाता हैं,ओर काईवाई से बच जाते हैं.वहीं, कई जगह कुछ ख़ाकीवर्दीधारी नुमाइंदे बजरी भरे वाहनों को अपने क्षेत्र पार कराने की जिम्मेदारी भी उठा रहे है,
एसआईटी ने दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया
मांडल थाना क्षेत्र के सुरास ग्राम में रंजिश वश और चारागाह भूमि में अवैध खनन करने के चलते सुरास गांव में राजू दरोगा पर विगत दिनों फायरिंग के मामले में फरार चल रहे एसआईटी ने दो और आरोपितों को गिरफ्तार किया है.
पकड़े गए दोनों आरोपी सगे भाई हैं और इनका एक भाई पिछले दिनों इस मामले में गिरफ्तार हो चुका है.मांडल थाना प्रभारी दातार सिंह ने बताया कि सुरास कस्बे के वार्ड पंच राजू पिता देवीलाल दरोगा पर पिछले दिनों फायरिंग हुई थी,जिसमें राजू के चेहरे पर गोली लगी और उसे भीलवाड़ा से उदयपुर और यहां से अहमदाबाद रेफर किया गया था.डॉक्टर ने ऑपरेशन के बाद राजू के शरीर से गोली निकाली.घटना के बाद से ही आरोपी फरार चल रहे थे जिन्हे एस आई सी टी की फोर्स ने गिरफ्तार किया है.
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