बीकानेर पुलिस ने लौटाई “फिर से खुशी”,जब मालिकों को लौटाए 35 लाख रुपये के मोबाइल
Bikaner Cyber Team: राजस्थान पुलिस का विशेष अभियान देखने को मिल रहा है जहां शहर में आम लोगों के खोए मोबाइल फोन की तलाश कर पुलिस की साईबर टीम उनके मालिकों तक पहुंचा रही है.
Bikaner Cyber Team: राजस्थान पुलिस का विशेष अभियान देखने को मिल रहा है जहां शहर में आम लोगों के खोए मोबाइल फोन की तलाश कर पुलिस की साईबर टीम उनके मालिकों तक पहुंचा रही है. खास तौर पर उन लोगों तक जिन्होंने बड़ी मुश्किल से मोबाइल फोन खरीदे है.
“फिर से खुशी” नाम से विशेष अभियान
ऐसे में “फिर से खुशी” नाम से इस विशेष अभियान की शुरुआत करते हुए बीकानेर एसपी योगेश यादव ने आज बीकानेर एसपी कार्यालय में 100 गुमशुदा मोबाइल को उनके मालिकों को लौटाया.
35 लाख रुपये की मोबाइल
जिनकी कीमत 35 लाख रुपये के करीब मानी जा रही है. जहां परिवादियों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज की गयी अधिकांश फरियाद पर साईबर सैल के दीपक यादव की इस कार्यवाही में अहम भूमिका रही तो वहीं एसपी योगेश यादव ओर आईपीएस अमित कुमार की पहल पर इस अभियान की शुरूआत की गयी है साईबर सैल के अनुसार इस अभियान के जरिए के मोबाइल फोन उनको मिले ऐसी रूपरेखा तैयार की गयी है.
मोबाइल के मालिक को दी गई सूचना
उन्होंने बताया कि मोबाइल पुलिस के पास पहुंचे हैं उनमें छह आईफोन भी है, जिनकी कीमत पचास हजार से एक लाख रुपए तक है. इसके अलावा अधिकांश मोबाइल बीस हजार से चालीस हजार रुपए कीमत के हैं. सभी फोन की कीमत करीब पैंतीस लाख रुपए बताई जा रही है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि ये फोन चालू हालत में है और असली मालिक तक पहुंचाए जा रहे हैं. अधिकांश मोबाइल के मालिक को सूचना कर दी गई है.
एसपी योगेश यादव ने बताया की लगभग 1 वर्ष के समय में जो भी मोबाइल मिसिंग हुए हैं. जैसे रेलवे स्टेशन टैक्सी स्टैंड या कोई मंडी में तरह-तरह के वाकये हुए है जिसमें डेढ़ सौ के करीब मोबाइल मिसिंग हुए हैं. अलग-अलग थानों में उसकी रिपोर्ट दर्ज थी.
नहीं होगी कानूनी कार्रवाई
रास्ते में मिले मोबाइल को अपनी संपत्ति मानकर रखने वालों के खिलाफ पुलिस ने फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की है.पुलिस अधीक्षक का कहना है कि इन मोबाइल से किसी तरह का कोई क्राइम नहीं है. ऐसे में कार्रवाई नहीं की जा रही. यादव ने कहा कि वैसे किसी अन्य के मोबाइल का उपयोग कानूनी रूप से गलत है.
आसानी से टूटते हैं इनके पासवर्ड
दरअसल, बीकानेर में ही कई लोग मोबाइल के पासवर्ड भी तोड़ देते हैं. महज पचास रुपए में पासवर्ड तोड़ने और गोपनीय नंबर तक बदलने की शिकायत पर यादव ने कहा कि ऐसे लोगों को ट्रेस किया जा रहा है.जल्द ही इस तरह के लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- ऑडियो वायरल होने पर ट्रैफिक इंचार्ज समेत 3 हेड कांस्टेबल लाइन हाजिर, जानें पूरा मामला
अभियान में शामिल पुलिस टीम
पुलिस ने फिर से खुशी अभियान शुरू किया है. इस अभियान के लिए गठित टीम ने मोबाइल ढूंढ निकाले हैं.इस टीम में हेड कांस्टेबल दीपक यादव, दिलीप सिंह, कांस्टेबल देवेंद्र सिंह, सूर्य प्रकाश, सरजीत, श्रीराम, राजुराम, बाबूलाल, महेंद्र, गोविन्द शामिल रहे.
Reporter- Raunak Vyas