Rajasthan News: पूरी दुनिया में कैमल सिटी से मशहूर बीकानेर में आज से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऊंट उत्सव का शुभारंभ हुआ. जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ऊंट उत्सव की शुरुआत हेरिटेज वॉक के साथ हुई. हेरिटेज वॉक लक्ष्मीनाथ मंदिर से शुरू होती हुई. रामपुरिया हवेली तक पहुंची, जहां इस वॉक के अंदर बीकानेर के पांच सौ सालों का इतिहास, यहां के रंग, संस्कृति और खानपान सहित कई रंग एक साथ देखने की मिले, जिसे देख देसी विदेशी सैलानी अभिभूत हो उठे. 


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वहीं, नगाड़ा, मश्क, चंग और बांसुरी वादन एवं भजन गायन की प्रस्तुतियां भी दी गई. इसके साथ साथ देशी और विदेशी सैलानी मथेरण, बंधेज, पोट्री, सुनहरी कलम और साफा बांधने की कला से रूबरू हुए. इस दौरान लोक कलाकार, रोबीले और सजे-धजे ऊंट भी साथ रहे. भांडाशाह जैन मंदिर के पास हरियाणवी रागड़ी की प्रस्तुति के साथ हैरिटेज वॉक का काफिला यहां से चूड़ी बाजार की ओर बढ़ा. यहां लाख की चूड़ी बनाने की कला को दर्शाया गया. 



वहीं, सब्जी बाजार की ऐतिहासिक चौकी पर शहर की ऐतिहासिक रम्मत का प्रदर्शन किया गया. यहां भुजिया, घेवर और जलेबी बनाने का लाइव प्रदर्शन भी किया गया तथा वॉक के प्रतिभागी इनके स्वाद का लुत्फ भी उठाते नजर आए. मोहता चौक के बड़े पाटे पर पारम्परिक भोजन बनाने का प्रदर्शन किया. बीकानेर के प्रशासनिक अधिकारियों और सैलानियों ने भी लोकल व्यंजनों का लुत्फ उठाया. 



उत्सव के पहले ही दिन विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है. 2025 फीट लंबी और 23 किलो वजनी पगड़ी बांधे जाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है. बीकानेर के कलाकार पवन व्यास ने पगड़ी बाँधी और रोहित थानवी ने बँधवा कर विश्व रिकॉर्ड बनाया बनाया है. इतनी विशाल पगड़ी देख सभी देशी विदेशी सैलानी अचंभित हुए. वहीं, इस दौरान गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड के अधिकारी भी मौजूद रहे.



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