Bikaner News: राजस्थान के बीकानेर में डेंगू के डंक का आतंक देखने को मिल रहा है, जहां एक बार फिर सामने आए आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग के होश उड़ा दिए हैं. डेंगू के एक ही दिन में आए 36 मरीज के बाद अब ये आंकड़ा 602 पहुंच गया है.


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एमसीएच में 15 बैड बढ़ा कर 65 बैड कर दिए गए हैं, तो वही हर यूनिट की सात दिनों की ड्यूटी तय की गई है. रेजिडेंट भी अब 24 घन्टे ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.


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वहीं, इसको लेकर हाई लेवल की बैठे की जा रही है. अगले 7 दिन में ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर तक कोई ना कोई स्वास्थ्य कर्मी का पहुंचना सुनिश्चित करें और डेंगू मलेरिया रोकथाम को लेकर वर्तमान में जारी सर्वे राउंड को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करें. यह जॉइंट स्वास्थ्य विभाग का कहना था. 


वे मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर बुलाई गई समस्त ग्रामीण चिकित्सा अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. स्थानीय टीबी क्लिनिक सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रत्येक घर तक पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी द्वारा वहां पानी के पात्रों की जांच की जाए, लार्वा मिलने पर उसे नष्ट करवाया जाए, घर के सदस्यों को एंटी लारवा कार्रवाई का प्रशिक्षण दिया जाए, यदि कोई बुखार का रोगी मिले तो उसकी मलेरिया स्लाइड बनाकर अस्पताल जांच हेतु भेजा जाए.


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इसी के साथ पेयजल में टेमीफोस एवं खुले पड़े गंदे पानी पर एमएलओ का छिड़काव भी स्वास्थ्य कर्मी द्वारा किया जाए. उन्होंने मलेरिया, डेंगू रोकथाम को लेकर तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया. उन्होंने डेंगू मलेरिया के विरुद्ध अभियान को मिशन मोड पर लेने के लिए सभी चिकित्सा अधिकारियों को पाबंद किया.


उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने क्षेत्र में डेंगू के अधिक केस आने पर चिकित्सा अधिकारी को व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार माना जाएगा और सख्त विभागीय कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी. उन्होंने बताया कि जिले के प्रत्येक सरकारी अस्पताल में दिवाली से पहले विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा.