बीकानेर में धरने पर बैठा `धरतीधर` इनकी मांगों को न तो भारत जोड़ो में सुना गया न जन आक्रोश यात्रा में ?
राजस्थान के बीकानेर में केजेडी नहर व 9 सूत्रीय मांगों को लेकर धरतीधर का धरना जारी है, दरअसल पिछले तीन दिनों ये धरना जारी है. लेकिन इसके पहले इनकी मांगों को न भारत जोड़ो यात्रा में सुना गया न ही बीजेपी की जन आक्रोश में ही, आखिर क्यों? खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में हाड़ कपा देने वाली ठंड में किसान धरने पर ठिठुर रहे हैं.
Bikaner News: राजस्थान के बीकानेर में केजेडी नहर की टेल पर सिंचाई के पानी सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर किसानों का RD 146 पर अनिश्चितकालीन धरना, कोहरे व ठंड के बीच आज तीसरे दिन भी है जारी. सबसे बड़ी बात यह है कि किसानों की मांगों को न भारत जोड़ो यात्रा में सुना गया न ही भाजपा कि जन आक्रोश यात्रा में.
ये कैसी जन आक्रोश यात्रा रही जो प्रदेश की सभी विधानसभाओं में जानें के बाद भी इन किसानों से दूर रह गई. खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में आखिर क्यों इन तक न सरकार न विपक्ष पहुंच पाया. अब नहर विभाग द्वारा सुध नहीं लेने से गुस्साएं किसान हुए उग्र, सोमवार को 5 किसानों ने दी भूख हड़ताल की चेतावनी.
राजस्थान के बीकानेर के अनूपगढ़ शाखा की केजेड़ी नहर के अंतिम छोर पर सिंचाई पानी पूरा देने सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर चक 36 केजेडी में स्थित आरडी 146 पर आज तीसरे दिन भी किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है.
किसान नेता मदनलाल गोदारा, शिवदत्त सिगड़ व रामकुमार गोदारा के नेतृत्व में 15 चकों के किसान 43 केजेडी में अंतिम छोर की टेल की आरडी 180 पर किसानों को सिंचाई के लिए पूरा पानी पहुंचाने की मांग कर रहे हैं. कोहरे व ठंड में डटे हुए हैं, लेकिन सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों ने किसानों की किसी प्रकार से कोई सुध नहीं ली है.
इससे गुस्साएं किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने के साथ-साथ सोमवार से 5 किसानों ने भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी है, वहीं किसानों का आरोप है कि सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला की नहरों में अंतिम छोर तक पूरा पानी नहीं पहुंचने से परेशान किसान इन दिनों धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन दूसरी तरफ नहरों पर सरेआम पानी चोरी हो रहा है.
टैंकरों के माध्यम से लोग दिन भर पानी चोरी करते हैं जिसकी वजह से अंतिम छोर पर बैठे किसानों को पूरा पानी नहीं मिल पाता हैं, लेकिन नहर विभाग कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा हैं.
किसानों की भी मांग हैं कि नहरों से सरेआम हो रहे टैंकरों के माध्यम से पानी चोरी पर सिंचाई विभाग व प्रशासन को समय रहते संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अंतिम छोर तक बैठे किसानों तक पूरा पानी पहुंच सके. इस दौरान धरना प्रर्दशन में 33 केजेडी से 43 केजेडी तक के किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे.
किसानों की है 9 सूत्रीय ये मांगें
खाजूवाला की केजेडी नहर की टेल पर बैठे किसानों की 9 सूत्री मांगें हैं, जिनका समाधान करवाने की मांग की गई हैं, अन्यथा उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई हैं. किसान नेता पूर्व सरपंच मदनलाल गोदारा के अनुसार केजेडी नहर से निकलने वाले समस्त माइनरों के हैड का पुननिर्माण एवं एपीएम लगाने, केजेड़ी नहर की आरडी जीरो से टेल तक के सभी मोघो का पुनः सर्वे कर कमेटी बनाकर नियमानुसार लगाने, केजेडी नहर में 148 क्यूसेक पानी चलाकर टेल पर 1 फीट गेज पूरी करने.
केजेडी नहर की आरडी 146 पर गेज मीटर लगाने, केजेडी नहर में घटिया निर्माण सामग्री की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, केजेडी नहर में जीरो आरडी से टेल तक गलत सर्वे कर मोघे लगवाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने,
केजेडी नहर की आरडी 107 से निकलने वाले एचडब्ल्यूएम माईनर के काश्तकारों द्वारा एपीएम लगाने के ले रखे कोर्ट स्टे को तुरंत प्रभाव से खारिज करवाने, केजेडी नहर के दोंनो साइड गहरे गड्ढे खोदने से उखड़ रहे पटडे को सही करवाने व केजेडी नहर से टैंकरों से हो रही पानी चोरी को बंद करवाकर ठोस कार्यवाही करने की मांग की गई हैं, अन्यथा किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
Reporter- Tribhuvan Ranga
ये भी पढ़ें- Kota: बंदर ने दिया रामगंजमंडी पुलिस को ऐसा चकमा की 3 बार पलटी कार, बाल-बाल बचें 4 पुलिस कर्मी