कड़कती ठंड में किसानों ने शुरू की भूख हड़ताल, एक बुजुर्ग किसान की बिगड़ी तबीयत
हाड़ गलाने वाली ठंड में अनशन पर बैठे किसानों की तबीयत अब नासाज होने लगी है. सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला की KJD नहर की RD146 पर अंतिम छोर पर सिंचाई के लिए पानी देने सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर किसान पांच दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
खाजूवाला: हाड़ गलाने वाली ठंड में अनशन पर बैठे किसानों की तबीयत अब नासाज होने लगी है. सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला की KJD नहर की RD146 पर अंतिम छोर पर सिंचाई के लिए पानी देने सहित 9 सूत्री मांगों को लेकर किसान पांच दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. दो दिन से पांच किसानों ने भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है. इसमें 75 वर्षीय बद्रीप्रसाद बिश्नोई की तबीयत बिगड़ गई है. वहीं, प्रशासनिक अधिकारी व सिंचाई विभाग के साथ तीसरे दौर की वार्ता भी विफल रही.
भारत-पाक बॉर्डर क्षेत्र का अंतिम गांव खाजूवाला हैं, जहाँ का किसान सिर्फ खेती व पशुधन पर ही निर्भर हैं, लेकिन इन दिनों वह अपनी फसलों को पूरा पानी पहुंचाने की मांग को लेकर अन्नदाता केजेड़ी नहर की आरडी 146 पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा है. कोहरे व कड़कड़ाती ठंड में नहर किनारे किसान अपनी 9 सूत्री माँगों को लेकर धरना प्रर्दशन कर रहे हैं. हालंकि प्रशासनिक अधिकारियों सहित सिंचाई विभाग व पुलिस विभाग के अधिकारी भी वार्ता करने पहुंचे, लेकिन ठोस समाधान नहीं होने से गुस्साएं किसान आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी हैं.
ये 5 किसान भूख हड़ताल पर बैठे
केजेडी नहर की आरडी 146 पर अंतिम छोर के किसानों का अनिश्चितकालीन धरना आज पांचवें दिन भी जारी हैं, लेकिन सोमवार को टेल के 5 किसानों ने भूख हड़ताल शुरू की. भूख हड़ताल कर रहे किसानों का नाम मदनलाल गोदारा, भंवरसिंह राजपूत, बद्री प्रसाद बिश्नोई, डूंगरराम गोदारा और किशनलाल बिश्नोई है. इन लोगों ने घने कोहरे व ठंड के बीच भूख हड़ताल पर डटे रहे, लेकिन देर शाम 75 वर्षीय बद्रीप्रसाद बिश्नोई की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और बुखार से कंपकपी छूट पड़ी. लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद भी किसान फसलों को पूरा पानी पहुँचाने सहित अपनी विभिन्न माँगो को लेकर धरने व भूख हड़ताल में मौजूद रहे.
REPORTER- TRIBHUWAN RANGA