Khajuwala: देश की सीमाओं पर रक्षा करने में अपने महती भूमिका निभाने के साथ-साथ बीएसएफ देश के युवाओं को नशे से दूरी औरर उससे होने वाली सामाजिक परेशानी को लेकर सीमा क्षेत्र की स्कूलों में विशेष अभियान चला कर युवाओं को जागरूक कर सामाजिक सरोकार निभा रही है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खाजूवाला के 10 बीडी गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में आज टीचर्स डे के उपलक्ष्य पर BSF अधिकारियों ने बच्चों को शिक्षा और BSF भर्ती और हथियारों के बारे में और क्षेत्र में बढ़ते हुए नशे को रोकथाम के लिए बच्चों को डिप्टी कमांडेड पीएस मीना जानकारी दी. इंस्पेक्टर ए एस भाटी ने हथियारों के बारे में बच्चों को जानकारी दी.


यह भी पढे़ं- Weather Update: राजस्थान में फिर छाए काले बादल, इन जिलों में झमाझम बारिश का अलर्ट जारी


महिला कॉन्स्टेबल मनाली कांबले ने छात्राओं को BSF भर्ती के बारे में योग्यता और तैयारी के बारे में बताया और कहा कि लड़कियां लड़कों से कम नहीं है. आज हर क्षेत्र में लड़कियां हर कार्य में आगे हैं. नारी घर की ग्रहणी है. साथ ही भामाशाह शुभम ने समस्त बच्चों को केले वितरण किया. 


डिप्टी कमांडेंट ने कही ये बात
इस मौके पर डिप्टी कमांडेंट ने कहा कि सीमावर्ती गांवों में सबसे बड़ी चुनौती युवाओं को नशे और तस्करी से दूर रखना है. बीएसएफ इन युवाओं को शिविरों में शारीरिक लिखित पाठ्यक्रम और खेलकूद का प्रशिक्षण देकर बीएसएफ में शामिल होने के लिए प्रेरित कर रहा है. शिक्षक दिवस पर डिप्टी कमांडेंट ने कहा कि हर एक दिन का अपना कुछ महत्व होता है. हर किसी के आगे बढ़ने और जीवन को सफल बनाने में गुरू का हाथ होता है. शिक्षक अपने छात्रों को सही राह दिखाता है. 14 बीडी सरपंच राजाराम कस्वां और अध्यापिका सीमा रानी और अन्य विद्यालय स्टाफ और ग्रामीण मौजूद रहे.


गौरतलब है सीमावर्ती क्षेत्र में नशे की तस्करी को लेकर बीएसएफ ने कई बड़ी कार्यवाही की है.


Reporter- Tribhuvan Ranga


 


बीकानेर की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें


यह भी पढे़ं- जिंदगी भर पति से ये बातें छिपाती है हर पत्नी, आखिरी दम तक नहीं बताती, खुद ले सकते टेस्ट


यह भी पढ़ें- बसे-बसाए घर को तहस-नहस कर देती हैं इस तरह की महिलाएं, जानें आपके घर में लक्ष्मी या....


यह भी पढे़ं- शादीशुदा पतियों के लिए खास कैंप, कुंआरे लड़के भी जरूर करें अटेंड, मिलेगा प्यार ही प्यार