Kolayat: ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी आज कोलायत दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने श्रीकोलायत के पहले राजकीय कन्या महाविद्यालय का लोकार्पण कर क्षेत्र की बेटियों को बड़ी सौगात दी. इस मौके पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि क्षेत्र की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए वे पूरी तरह से काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से पेश किए गए चारों बजट भाषणों में श्रीकोलायत के लिए अधिक से अधिक घोषणाएं करवाने के साथ इनका समय पर अमल करवाया गया है. उन्होंने कहा कि पिछड़ा क्षेत्र होने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री से श्रीकोलायत का खास ध्यान रखने का आग्रह किया और मुख्यमंत्री ने श्रीकोलायत को सदैव उम्मीद से कहीं अधिक दिया.


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ऊर्जा मंत्री ने कहा कि देश की आजादी से लेकर दिसंबर 2018 तक श्रीकोलायत में एक भी महाविद्यालय नहीं था. पिछले साढ़े तीन सालों में क्षेत्र को पांच महाविद्यालय मिले, जो एक कीर्तिमान है. उन्होंने कहा कि श्रीकोलायत को एजुकेशन हब बनाना उनका सपना है, जिसे साकार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि श्रीकोलायत पोस्टग्रेजुएट कॉलेज का भवन बनकर तैयार हो गया है. जहां 3 करोड़ रुपए की लागत से नया साइंस ब्लॉक स्वीकृत हुआ है.


बज्जू, देशनोक और हदां के महाविद्यालयों के लिए भूमि और राशि स्वीकृत करवा दी गई है. राजकीय कन्या महाविद्यालय के लिए 16 बीघा जमीन और भवन निर्माण के लिए 4.5 करोड़ रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के इन सभी कोशिशों का अच्छे परिणाम तब आएंगे, जब हम अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा का मौका देंगे. उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े तीन सालों में विधानसभा की 75 स्कूलों को उच्च माध्यमिक स्कूलों के रूप में क्रमोन्नत किया गया है.


श्रीकोलायत की बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल के लिए 13 बीघा जमीन और भवन निर्माण के लिए राशि स्वीकृत करवा दी गई है. श्रीकोलायत के उप जिला चिकित्सालय के लिए जमीन स्वीकृत करवा दी गई है. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राजस्थान, देश का पहला राज्य है, जहां मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा जैसी योजना लागू की. इस योजना से हर परिवार को दस लाख रुपए तक का कैशलेश स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करवाया गया है. डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल ने कहा कि गहलोत सरकार ने शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, पेयजल सहित प्रत्येक क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य किए हैं. सरकार अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को मुख्य धारा में जोड़ने की भावना से काम कर रही है.


इस मौके पर राजकीय डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जी.पी. सिंह, राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. भगवाना राम बिश्नोई, कॉलेज की नोडल प्राचार्या डॉ. शालिनी मूलचंदानी ने भी विचार व्यक्त किए. इससे पहले ऊर्जा मंत्री ने महाविद्यालय के प्रशासनिक, मानविकी और शैक्षणिक भवन का लोकार्पण किया और इनका अवलोकन भी किया. इस अवसर पर मंत्री भाटी ने महाविद्यालय परिसर में खेजड़ी का पौधा लगाया. उन्होंने डॉ. शालिनी मूलचंदानी की पुस्तक ''पुनर्नवा'' का विमोचन किया.


Reporter- Tribhuvan Ranga


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