Scientific Reason Behind Kiss: प्यार का पहला एहसास किस को जरिए ही होता है. अक्सर हम देखते है कि जब भी अब किसी अपने से मिलते है तो हम गले मिलने के साथ उसे किस भी करते है. जिससे प्यार की गहराई का अंदाजा लगाया जाता है. और आजकल तो किस के भी अलग अलग रूप हम अपने आस पास देखने लगे है. 


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कभी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को  हवा में फ्लाइंग किस करते हुए देखते है. तो अक्सर सेलिब्रिटिज के घर के बाहर जमा फैंस की भीड़ को अभिनेताओं को फलाइंग किस करते हुए. लेकिन कभी हमने यह गौर करने की सोची की आखिर किस या चुबंन आया कहा से. जिस तरह से इसे हम अपनों को और करीब होने का अहसास दिलाते है तो आखिर यह खास एहसास किस तरह हमारे रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा कैसे बना. 


किस को लेकर एंथ्रोपोलॉजिस्ट अलग-अलग थ्योरी देते हैं कि चुंबन की शुरुआत कैसे और कहां से हुई होगी. हां, एक बात लगभग सभी कहते हैं कि पहला किस एक हादसा रहा होगा. हादसा, जो पसंद आ गया. जिसे लोग बार बार दोहराना चाहे.  एंथ्रोपोलॉजिस्टों का मानना है कि हर व्यक्ति के होठ पर एक ख़ास स्वाद होता है. कुछ लोग स्वाद को पहचानने में दूसरों से बेहतर होते हैं और निश्चित रूप से हर व्यक्ति की एक गंध भी होती है.


कहां से हुई kiss की शुरूआत
वैज्ञानिको का मानना है कि जब हम छोटे होते हैं तो हमारे माता-पिता हमें चूमते हैं. उनके साथ ही जैसे जैसे हम बड़े होते है किस करने के तरीके और मौके बदल जाते है.  लेकिन किस करने के दौरान कई होठों के चुंबन स्पर्श से निकली उत्तेजना हमारे माइंड को कई सकारात्मक तरंगें भेजती हैं. इससे हमारा मस्तिष्क बचपन के समय से ही 'किस' यानी चुंबन और होठों की उत्तेजना को प्यार और सुरक्षा के भाव के तौर पर पहचान लेता है. तो इस तरह जब  हमें अपनी आगे की लाइफ में खुद को  किसी के सामने अभिव्यक्त करना हैं तो मुमकिन है कि ऐसा अपने मुंह के जरिए करते हैं.


 मनुष्यों के बीच पहला चुंबन कब, कहां और कैसे हुआ होगा.


माना जाता है कि चुंबन की शुरुआत हमारे ही देश से हुई. बाद में प्राचीन ग्रीक भारत आए और लौटते हुए चुंबन का कंसेप्ट भी साथ ले गए. इसी तरह से ये पूरी दुनिया में फैला. मध्यकालीन यूरोप में इसे ग्रीटिंग की तरह देखा जाता, जो नीचे ओहदे वाले लोग ऊंचे पदों के लोगों के साथ करते थे. दो बराबरी के लोग आपस में मिलते हुए माथे या होठों पर किस करते, जबकि गैर-बराबरी की मुलाकात में केवल नीचे के ओहदे वाला ही ऊपर वाले को चूमता, वो भी हाथ या पैर या फिर कपड़े के किनारे को. 


तो इन बातों के जरिए हमने आखिर यह जाना कि किस के हमारे संबंधो को भावनात्मक तौर पर मजबूती देने का काम करता है. जिसमें  किसिंग या चुंबन उसी का एक बड़ा हिस्सा है. तो अब जब भी किसी को किस करे तो यह मान लिजिएगा की आप उसके साथ भावनात्मक तौर पर बेहद जुड़े हुए है.


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