Bikaner: जिले के नापासर कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रामसर में सुबह निश्चित समय पर शाला स्टाफ के नहीं पहुंचने पर, ग्रामीणों एवं शाला प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने विद्यालय के गेट पर तालाबंदी कर दी. रामसर स्कूल पर ग्रामीणों ने तालाबंदी कर प्रदर्शन किया, मौके पर पहुंची पुलिस ने 3 घंटे बाद विद्यालय का ताला खुलवाया. 


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ग्रामीणों ने बताया की विद्यालय स्टाफ हमेशा विद्यालय में देरी से पहुंचता है. विद्यालय के ताला लगाने के बाद ग्रामीणों एवं प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने बीकानेर संभागीय आयुक्त नीरज के पवन, शिक्षा निदेशक सौरभ अग्रवाल एवं सीबीईओ (ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर) श्रवण कुमार महर्षि को दूरभाष पर विद्यालय की व्यवस्था को लेकर अवगत करवाया. विद्यालय पर तालाबंदी की सूचना मिलने के पश्चात नापासर थाने के एएसआई भागीरथ कड़वासरा पुलिस जाब्ता लेकर रामसर विद्यालय पहुंचे. उन्होंने छात्र छात्राओं से पूरी बात करने के पश्चात ग्रामीणों एवं प्रबंधक कमेटी से आग्रह किया और विद्यालय समय से 3 घंटे बाद विद्यालय का ताला खुलवाया.


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बीकानेर से चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर श्रवण कुमार एवं अधिकारी नारायण सिंह कड़वासरा रामसर विद्यालय पहुंचे, विद्यालय परिसर के अंदर ग्रामीणों एवं विद्यालय प्रबंधक कमेटी के सदस्यों के साथ अध्यापक, अध्यापिकाओं को बिठाकर वार्ता की गई, इस दौरान एक बार तो माहोल गरमा गया, ग्रामीणों एवं विद्यालय प्रबंधक कमेटी के सदस्यों द्वारा शिक्षा अधिकारी को दिए गए एक पत्र में लिखा की विद्यालय का स्टाफ विद्यालय समय पर नहीं पहुंचता, इसके अलावा प्रधानाध्यापिका एवं विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं अपनी मनमानी करते रहते हैं. एसडीएमसी की निर्धारित समय पर बैठक नहीं बुलाई जाती है, इसके अलावा ग्रामीणों की मांग थी कि विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरों को तुरंत प्रभाव से चालू करवाएं और शाला में कार्यरत सभी कर्मचारियों के बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करवाएं.


विद्यालय प्रांगण में ग्रामीणों एवं विद्यालय प्रबंधक कमेटी के सदस्यों एवं शिक्षक शिक्षिकाओं के मध्य लिखित समझौता चीफ ब्लॉक एजुकेशन अधिकारी के सामने हुआ. इस समझौते में लिखा गया कि मंगलवार से विद्यालय के सभी स्टाफ एवं प्रधानाध्यापिका सुबह शाला में 7:20 पर प्रवेश करेंगे और शाला में लगे सभी सीसीटीवी कैमरा को दुरुस्त करवाकर चालू रखा जायेगा. इसके अलावा लिखित समझौते में ग्रामीणों की मांग थी कि विद्यालय में बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य किया जाए एवं सभी विद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों को इसके लिए पाबंद किया जाए.


इसके अलावा ग्रामीणों एवं अध्ययनरत छात्र छात्राओं के साथ विद्यालय स्टाफ द्वारा किसी के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया जाए, सभी मर्यादित शब्दों का प्रयोग करें, इसके लिए अधिकारियों ने सभी को पाबंद भी किया हैं. ग्रामीणों की मांग है कि विद्यालय की एसडीएमसी कि निर्धारित समय पर बैठक बुलाई जाए, इसके अलावा एसडीएमसी को आवक जावक का ब्यौरा उपलब्ध रहना चाहिए एवं संपूर्ण आय व खर्चे की पारदर्शिता होनी चाहिए. इस दौरान हुए समझौते में लिखा गया कि भविष्य में स्टाफ समय पर विद्यालय पहुंचेगा. 


Reporter - Tribhuvan Ranga


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