बून्दी जिले के अकतासा गांव माली समाज में भरी हुंकार, 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग, कहा- नेनवां में हुई हिंसक वारदात का करे पर्दाफाश
बूंदी जिले के तालेड़ा पंचायत समिति के पास अकतासा गांव में कल से फुले आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुरारी लाल सैनी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं.
Bundi News: राजस्थान में एक बार फिर आरक्षण की आग सुलगने लगी है. माली सैनी समाज आरक्षण सहित हिंसक वारदात का पर्दाफाश किया जाने की मांग को लेकर कोटा संभाग में आंदोलन की राह पर है. बूंदी जिले के तालेड़ा पंचायत समिति के पास अकतासा गांव में कल से फुले आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुरारी लाल सैनी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं.
अनिश्चितकालीन धरने के दूसरे दिन कोटा संभाग के सभी पदाधिकारी एवं प्रबुद्ध जन अनिश्चितकालीन धरने पर मौजूद रहे. प्रदेश संयोजक मुरारी लाल सैनी ने कहा कि माली समाज सभ्य समाज है वह सभी समाजों के साथ लेकर चलने वाला समाज है. लेकिन प्रदेश की सरकार माली समाज की अग्नि परीक्षा लेने में जुटी हुई है. हाल ही में 2 माह पूर्व बूंदी जिले के नैनवा में माली समाज की 80 वर्षिय वृद्ध माता का चांदी की कड़ी के लिए दरिंदों ने पैर काट दिया.
ये भी पढ़ें- राजस्थान आएगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, अलवर के मालाखेड़ा में होगी जनसभा
शर्मसार वाली इस घटना पर बूंदी जिले की पुलिस और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए है, जो सरकार की नाकामी है. इस सरकार में आमजन सुरक्षित नहीं है. आरक्षण के बारे में बार- बार आश्वासन दिया गया लेकिन कोई सरकार द्वारा कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई गई. जैसे माली सैनी समाज में भारी रोष है. ऐसे में अब माली समाज कोटा संभाग में उग्र प्रदर्शन करने के लिए रणनीति बनाई जा रही है. आने वाली 12 नवंबर को एनएच 52 पर हाईवे जाम किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी बूंदी जिला प्रशासन की होगी.
Reporter-Sandeep Vyas