Bundi News: रामगढ़ टाईगर रिजर्व के लिए खुशखबरी है, एक बाघ, दो बाघिन समेत तीन शावक का हुआ कुनबा.रविवार देर रात बाघिन को बाजलया एन क्लोजर में छोड़ा.रणथंभौर से रामगढ तक बाघिन को लाने के लिए बूंदी और रणथंभौर टाईगर रिजर्व के अफसर ओर वेटनरी एक्सपर्ट साथ रहे.बाघिन 119 के रामगढ़ के पहुंचने के बाद यहां तीन युवा टाइगर ओर तीन शावक हो गये हैं,


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रामगढ मे एक टाईगर का जोड़ा पहले से ही मौजूद है. इस जोड़े ने हाल ही मे तीन शावकों को जन्म दिया है.तीन शावकों के जन्म से रामगढ़ में वर्षों बाद खुशियां लौटी हैं. बूंदी का रामगढ़ विषधारी अभयारण्य रजवाड़े के जमाने से टाईगर की टेरिटेरी रहा है.


इसे टाइगर का जच्चा घर कहा जाता है।लगातार शिकार ओर अनुकूल वातावरण नष्ट होने के चलते यहां से टाईगर लुप्त हो गए. तीन साल पहले सखावदा से मेज नदी के सहारे एक टाईगर रामगढ़ अपने आप पहुंच गया था.तभी से रामगढ़ रिजर्व एरिया के अधिकारी टाईगर को लेकर काफी सतर्क है.


रामगढ़ अभ्यारण को लेकर लोकसभा अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय सांसद ओम बिरला लगातार प्रयासरत रहे, उनके साथ कदम से कदम मिलाकर राज्य मंत्री अशोक चांदना ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर अभ्यारण में बाघ बाघिन को शिफ्ट करने के लिए दिन रात एक कर दिया. बाघ बाघिन को सुरक्षा एवं  वातावरण देने के लिए डीएफओ संजीव शर्मा कि यहां नियुक्ति एक बहुत बड़ी कारगर साबित हुई है.


 डीएफओ संजीव शर्मा द्वारा लगातार बाघ वह बाघिन के तीन शावकों  पर मॉनिटरिंग की जा रही है और क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है अब क्षेत्र में एक बाघ  दो बाघिन वह तीन शावक का कुनबा मौजूद है, इससे आने वाले समय में इनका परिवार और भी बढ़ेगा, जिससे पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को बहुत बड़ा क्षेत्र में निवेश करने का मौका मिलेगा.


हाल ही में वन मंत्रालय की ओर से मिली मंजूरी के बाद अब क्षेत्र में एक बाघिन और जल्दी आएगी क्षेत्र में लगातार बाघ बाघिन के आने से पर्यटन व्यवसाय में बड़ा निवेश यहां देखा जाएगा.वर्तमान समय में यहां होटल कारोबारियों में खुशी की लहर है.


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