Bundi news: राजस्थान के बूंदी जिले में घर में झाडु़ लगाते समय करंट की चपेट मे आई महिला की मौत को लेकर असमंजस में आए परिजनों ने लाखेरी अस्पताल मे हंगामा कर दिया. इसके चलते अस्पताल में थोड़ी देर तनाव की स्थिति बन गई. महिला को परिजन अस्पताल लाए थे जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था. महिला को जब परिजन घर पर ले गए तो उनको महिला के शरीर में हरकत दिखी. इस पर वापस अस्पताल लेकर पहुंचे और नाराजगी प्रकट करते हुए हंगामा खड़ा कर दिया. 


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डाक्टर ने फिर महिला का चेक-अप किया तब भी वह मृत मिली. जानकारी के अनुसार कांकरा डूंगर निवासी गीता बाई 45 वर्ष मंगलवार सुबह घर पर झाडु़ लगाते समय पंखे से करंट की चपेट में आ गईं. परिजन उसे आनन-फानन में लेकर लाखेरी अस्पताल पहुंचे. जहां डा. रोहिताश्व मीणा ने महिला का चेक-अप कर उसे मृत घोषित कर दिया. इस पर परिजन उसे वापस घर ले आए. बाद में परिजनों को उसके शरीर में हरकत की आशंका हुई, तो उसे चम्मच से पानी पिलाया और वापस अस्पताल लेकर आ गए. 


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अस्पताल पहुंचते ही परिजन और उनके साथ आए ग्रामीण नर्सिंग स्टाफ पर रोष प्रकट करते हुए हंगामा करने लगे. परिजनों का कहना था कि पहली बार में महिला का सही तरह से चेकअप नहीं किया. अस्पताल मे हंगामा होता देख प्रभारी डा. अभिषेक कसेरा ने महिला का चेकअप किया, तो उन्होंने भी उसके मौत की पुष्टि कर दी. इसके बावजूद परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ. परिजन डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करते रहे. और नर्सिंग स्टाफ व डाक्टर को भला बुरा कहने लगे. 


इसी बीच अस्पताल मे हंगामे और महिला की मौत की जानकारी मिलने पर पुलिस भी आ गई. काफी देर समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. बाद में पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द किया. पुलिस इस घटना की जांच कर रही है. पूरे घटनाक्रम पर लाखेरी अस्पताल प्रभारी डा. अभिषेक कसेरा का कहना है कि पहली बार डा. रोहिताश्व ने चेक किया था और आक्सीजन मीटर लगाकर मौत की पुष्टि की थी. बाद में क्या हुआ पता नहीं लेकिन दूसरी बार जब महिला को लाए तब भी वह मृत ही थी.