Bundi News : राजस्थान के बूंदी अस्पताल में भर्ती किशोरी से दुष्कर्म के मामले में बाल कल्याण समिति अध्यक्ष और सदर थाना पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज किए. बयानों के आधार पर सदर थाना पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी रिश्ते में भाई के खिलाफ पोक्सो में मामला दर्ज किया है.


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पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपी की तलाश में जुटी हुई है. बाल कल्याण समिति और पुलिस वहां उसकी देखरेख कर रही है. आपको बता दें कि शनिवार अल सुबह सदर थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल के पास झाड़ियों में एक नवजात बालिका मिली थी.


सूचना पर पुलिस पहुंची और बालिका को अस्पताल में भर्ती करवाया. यहां नवजात की गंभीर हालत को देखते हुए छह डॉक्टरों की टीम ने उसका उपचार किया. बाद में उसे कोटा रेफर किया गया है. सदर थाना पुलिस ने जांच की तो स्कूल के बाथरूम, बाल्टी और सीढ़ियों और छत पर खून के निशान मिले. स्कूल में रहने वाले दंपत्ति को पुलिस थाने लेकर आई और उनकी नाबालिग पुत्री से तसल्ली से पूछताछ की तो मामला परत दर परत साफ हो गया.



पीड़िता का बयान
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पौद्दार की मौजूदगी में सदर थाना पुलिस ने बालिका के बयान लिए. जिसमें उसने बताया कि दुष्कर्म करने वाला युवक दो रिश्तों में उसका भाई लगता है. ये मेरी मां की बुआ की लड़का भी है और मेरे रिश्ते में बड़े पापा की लड़का है. डेढ़ साल पहले मैं दादी के पास गई थी. रात को मैं सो रही थी, तभी धर्मेंद्र (रिश्ते में भाई) आया और गलत हरकत करने लगा. मैंने विरोध भी किया, लेकिन उसने जबरदस्ती दुष्कर्म किया. इसके बाद भी कई बार विरोध करने के बावजूद वो दुष्कर्म करता रहा. मैंने डर के कारण ये बात किसी को नहीं बताई. गर्भवती होने का भी मुझे पता नहीं चला. बाद में मुझे एहसास हुआ तो, लेकिन किसी को नहीं बताया और ऐसे ढीले ढाले कपड़े पहने, ताकि माता-पिता को भी पता नहीं चले.


पुलिस के मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता के बयानों के आधार पर रिश्ते के भाई धर्मेंद्र के खिलाफ पोक्सो में मामला दर्ज कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है. इधर मामले पर  बाल कल्याण समिति अध्यक्ष सीमा पौद्दार ने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर जागे हुए समाज को पुन: विचार करके नई पीढ़ी को संस्कारित करना चाहिए. अगर समाज में व्याप्त प्रसारित आधुनिकता पर लगाम नहीं लगाई तो इसी तरह कई परिवार, समाज धीरे-धीरे अपना अस्तित्व विलुप्त करते जाएंगे. नवजात और दुष्कर्म पीड़िता की देखरेख के लिए हमारी टीम लगी हुई है. किशोरी के बयान लिए गए है.


इधर पीएमओ सामान्य अस्पताल के एनपी सिंह ने बताया कि बालिका को नौ माह का प्रसव हुआ है वो काफी डरी और सहमी हुई है. महिला डॉक्टरों की टीम बालिका की देखरेख कर रही है. शारीरीक रूप से वो ठीक है. बालिका का बराबर उपचार चल रहा है. खतरे जैसी कोई बात नहीं है.


रिपोर्टर- संदीप व्यास