बूंदी: जिले के लाखेरी उपखंड के गांवो के करीब बन रहा दिल्ली मुबंई एक्सप्रेस हाइवे भले ही भविष्य लोगो के लिए विकास की उम्मीद जगा रहा होगा लेकिन वर्तमान मे हाइवे के निर्माण से क्षेत्र के किसान काफी परेशान है.हाइवे निर्माण मे मिटटी खनन से लेकर गांवों के आम रास्ते बदहाल हो रहे हैं.


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भारी वाहनों ने एक ओर रास्तो को खराब कर दिया. वहीं, नहरों के स्वरूप को बिगाड दिया है. इसका खामियाजा यह सामने आ रहा है कि खेतों से पानी की निकासी नही हो पा रही है.एक ओर रबी की फसल की बुवाई का समय निकट है.


वहीं खेतों में धान की फसल के साथ पानी भरा है. खेतों मे भरे पानी के चलते किसानों को फसल काटने में परेशानी हो रही है. कोटा खुरद के किसानों के सामने यह विचित्र स्थिति बनी हुई है कि एक ओर किसान रेलने के लिए नहरी पानी का इंतजार कर रहे हैं.


वहीं, यहां खेतो मे पानी भरा है. अब जबकि खेतों में धान की फसल पक कर कटने की स्थिति में आ रही है. किसानों को खेत में भरे पानी के कारण फसल काटने में परेशानी उठानी पड रही है. कटने वाली फसल को पानी से बचाने के लिए किसानों को खाट व अन्य साधनो का जूगाड लगाना पड रहा है.हालत यह है कि किसानो को एक फीट पानी मे खडा होकर फसल काटनी पड रही है. खेतो में पानी भरा होने के कारण फसल कटाई मे गति नही मिल पा रही है. वहीं, किसान मशीन का उपयोग भी नही कर पा रहे है.


ड्रेन ओर नाले अवरूद्ध
खेतो मे भरने वाले पानी को किसान ड्रेन ओर नालो के माध्यम से निकाल देते थे.यह सिस्टम उस समय गडबड हो जब से क्षेत्र मे भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत एक्सप्रेस हाइवे का निर्माण शुरू हूआ है.निर्माण के दौरान भारी वाहनो की आवाजाही के साथ मिट्टी खनन व अन्य कारणो से पानी निकासी के प्राकृतिक रास्ते अवरूद्ध हो गये वही नहरो की ड्रेन भी कई जगह अवरूद्ध है. इसके चलते खेतो के पानी की निकासी नही हो पा रही है.इसी कारण से खेतो मे पानी भरा रह जाता है.किसान लाख कोशिश कर ले लेकिन समुचित रूप से पानी की निकासी नही हो पाती है.



गेहूं की बुवाई मे संकट
एक ओर खेतो मे पानी भरा हुआ होने से धान की फसल की कटाई का काम प्रभावित हो रहा है. वहीं दूसरी ओर किसानों को रबी के सीजन मे गेहूं की बुवाई को लेकर संकट नजर आने लगा है.गेहूं की बुवाई के लिए किसानो को खेत तैयार करने में समस्या का सामना करना पडेगा. सबसे बडी समस्या तो रेलने के लिए खेत की हंकाई मे पानी के कारण बडी परेशानी सामने है. वही किसान जेसे तैसे हंकाई कर भी ले तो खेतो की नमी बुवाई के योग्य नही हो पाएगी.



चारपाई पर रखनी पड़ रही है फसल
कोटा खुरद के किसान शंभू सिंह पृथ्वीराज सिंह रतनलाल हीरालाल महावीर गिर्राज शर्मा शंभू लाल गोविंद सिंह गजेंद्र सिंह प्रेमचंद ने बताया कि हमने कई बार इस समस्या को प्रशासन के सामने रखा है.विधायक से लेकर स्थानीय प्रशासन को अवगत करा चुके हैं. इसके बावजूद कोई समाधान नहीं हो पाया है. धान की फसल को काटकर चारपाई में रखते इसके बाद उसे सुरक्षित निकाल कर बाहर लाना पडता है. खेतों में पानी की भरा होने व किसानो की समस्या की जानकारी करवाकर मौका रिपोर्ट मँगवाते है.शीघ्र ही इस समस्या का समाधान करेंगे.


Reporter- Sandeep Vyas