Keshoraipatan: लाखेरी नगर पालिका ईओ को लेकर सोमवार को फिर राजनीतिक उठा पटक का केंद्र बन गई. अपने तबादले को लेकर हाई कोर्ट से स्टे मिलने के बाद ईओ चंद्रकला वर्मा के आने से पहले मौजूदा ईओ रूही तरून्नम किसी बैठक के नाम से ईओ कार्यालय को ताला लगाकर निकल गई.  वैसे जब भी ईओ किसी काम से बाहर जाते है तब ताला लगाने की नौबत नहीं आती. सोमवार को चंद्रकला वर्मा के ज्वाइन करने की बात को लेकर ऐसी तैयारी पहले से थी. कुछ देर बाद ईओ चंद्रकला वर्मा पालिका पहुंची. जब वे पालिका कार्यालय पहुंची तब कोई सक्षम अधिकारी मौजूद नहीं था. वहां पर ताला लगा देख वह सीधे कंप्यूटर रूम में पहुंची और हाई कोर्ट के स्टे की पालना के तहत वर्मा ने पालिका कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करवाई. वहीं इससे संबंधित सूचना डीएलबी विभाग सहित अन्य अधिकारियों को मेल के माध्यम से पहुंचा दी. इस दौरान उन्हें उपस्थिति संबंधी रजिस्टर उपलब्ध नहीं हुए. इसी घटनाक्रम के दौरान ईओ रूही तरून्नम भी पालिका पहुंची तब कार्यालय का ताला खोला. बाद में दोनों के बीच कार्यालय में थोड़ी देर बातचीत हुई. इसके बाद चंद्रकला वर्मा चली गई. रूही तरून्नम ने बताया कि उन्हें हाई कोर्ट के स्टे की अधिकारिक जानकारी नहीं है और न ही निदेशालय से ऐसी कोई निर्देश मिली है. निदेशालय से जो भी निर्देश मिलेंगे उनकी पालना होगी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चेयरमैन ने कहा ये है अवैध तरीका
ईओ चंद्रकला वर्मा के कार्यालय में उपस्थिति दर्ज करवाने के घटनाक्रम के बाद चेयरमैन आशा शर्मा ने प्रेस नोट में बताया कि वे कार्य ग्रहण के वास्ते उनके समक्ष उपस्थित नहीं हुई और न ही इस तरह का कोई पत्र निदेशालय से मिला है. शर्मा ने बताया कि पूर्व ईओ चंद्रकला वर्मा ने बिना निदेशालय के बिना समक्ष अनुमति के अवैध तरीके से कर्मचारियों को डरा धमकाकर कार्य ग्रहण करने की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी है. आगे निदेशालय से जिस तरह के निर्देश मिलेंगे उसका पालन करेंगे.


ईओ को लेकर असमंजस रूही
हाई कोर्ट से स्टे मिलने और चंद्रकला वर्मा द्वारा उपस्थिति दर्ज करवाने के बाद भी ईओ को लेकरअसमंजस बना रहा. मौजूदा ईओ रूही तरून्नम ने कहा कि पालिका के पास अधिकारिक रूप से स्टे की जानकारी नहीं है और न ही निदेशालय से ऐसे कोई निर्देश मिले है. आगे उच्च अधिकारियों से मिलने वाले निर्देशों की पालना करेंगे. इस स्थिति में ईओ किसे माना जाए इसपर कहा कि अभी तो मैं ही ईओ हूं. आगे उच्च अधिकारियों के निर्देश की पालना करेंगे. चंद्रकला वर्मा के ज्वाइन करने के मामले उन्होंने कहा कि यह बात वे ही जाने.


यह है मामला तबादले का खेल
पालिका में तैनात ईओ वर्मा का 26 मई को तिजारा में तबादला हो गया था. इसके चलते उन्हें 30 मई को तिजारा के लिए कार्य मुक्त कर दिया गया. इसके बाद एक जून को निदेशालय ने रूही तरून्नम को लाखेरी ईओ के पद पर लगाया था. उन्होंने तीन जून को पदभार ग्रहण किया. उधर तबादले के बाद हाल ही में चंद्रकला वर्मा को 26 मई के तबादला आदेश पर स्टे मिल गया. बता दें कि निर्माण कार्यो पट्टों और अन्य बातों को लेकर ईओ ओर चेयरमैन के बीच परस्पर नोटिस के आदान प्रदान से दोनों के बीच मामला बिगड़ गया था. तभी से वर्मा के तबादले की सुगबुगाहट होने लगी थी. अब स्टे मिलने के बाद मामला और उलझता नजर आ रहा है.


यह भी पढ़ें- 'म्यूजिक थेरेपी' का मार्मिक उदाहरण, मां की लोरी सुन कोमा में गए बच्चे ने किया रिएक्ट


मैंने कर्मचारियों को नहीं धमकाया
उपस्थिति दर्ज कर उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया. वहीं हाई कोर्ट ने तबादले को लेकर स्टे दिया है. यह उसी की पालना है. मैंने किसी भी कर्मचारी को नहीं धमकाया. ईओ कक्ष के ताला लगा था. फिर रिपोर्ट भेजनी थी इसलिए कंप्यूटर रूम मे बैठी. बाकी बातें जो चल रही वो गलत है.


Reporter- Sandeep Vyas


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें