Action against village development office​: भैंसरोडगढ़ पंचायत समिति की धांगडमऊकलां ग्राम पंचायत क्षेत्र में मनरेगा कार्यो में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. जिसमें मनरेगा के तहत शमशान की चार दिवारी निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग और ठेकेदार को भुगतान में गड़बड़ी मिलने पर ग्राम विकास अधिकारी डुंगरलाल भोई के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई.आरटीआई एक्टिविस्ट अशोक कुमार लबाना ने बताया कि इस मामलें में उन्होंने सम्पर्क पोर्टल पर एक शिकायत दर्ज करवाई थी.


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तीन सदस्य जांच कमेटी गठित की
शिकायत पर चित्तौड़गढ़ जिला परिषद ने 23 फरवरी को तीन सदस्य जांच कमेटी गठित की और धांगडमऊकलां में मनरेगा के तहत बन रही शमशान की चार दीवारी और धांगडमऊ खुर्द सिंगाडिया बस्ती में सीसी सड़क निर्माण कार्य का भौतिक सत्यापन किया.


शमशान की चार दीवारी निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग
जांच में दोनों निर्माण कार्यों में घटिया स्तर का निर्माण सामग्री का उपयोग, बिना तकनीकी मूल्यांकन के ठेकेदार को भुगतान करने सहित कई अनियमितताएं मिली थी. जिस पर अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्पणा गुप्ता ने 8 मार्च को भैसरोडगढ़ सहायक अभियंता को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिवस मे जवाब मांगा था.


आरटीआई एक्टिविस्ट ने हिम्मत नहीं हारी
लबाना ने बताया कि जिला परिषद स्तरीय जांच के बावजूद पंचायत समिति की ओर से मामलें को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया और दोषियों को बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन आरटीआई एक्टिविस्ट ने हिम्मत नहीं हारी और वे लगातार इस मामलें में पिछले छह महीने से सम्पर्क पोर्टल, ग्राम पंचायत और उपखंड स्तरीयजन सुनवाई में परिवाद दर्ज करवाते रहे.


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लगातार फॉलोअप और जिला स्तरीय अधिकारियों को शिकायतों के बाद आखिरकार 15 सितंबर को भैंसरोडगढ़ पंचायत समिति विकास अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी डूंगर लाल भोई के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी.


Reporter-OM Bhatt