Chittorgarh: चित्तौडगढ़ के भादसोड़ा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लेसवा के सहकारी समिति संचालक मंडल के चुनाव को लेकर मामला गरमा गया है. चुनाव अधिकारी रमेश चन्द्र जागेटिया ने ग्रामीणों को चुनाव आवेदन की तारीख 11 सितंबर को बताई और चुनाव कराने की तारीख 20 सितंबर की बताई गई और चुनाव अधिकारी ने ही सहकारी समिति में उनके मिलने वालों को व पूर्व अध्यक्ष कालू सिंह को बुलाकर 8 सितंबर को ही निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया. जिसमें 12 व्यक्तियों ने आवेदन किए थे, साथ ही वहां के ग्रामीणों को अंधेरे में रखकर निर्वाचन अधिकारी ने अध्यक्ष को निर्विरोध चुन लिया.


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इस मामले की जानकारी मिलते ही सहकारी समिति के बहार आस पास के ग्रामीण काफी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे होने लगे और वहां नारेबाजी करने लग गए. माहौल गरमाता देखकर इस मामले की सूचना भादसोड़ा थाना अधिकारी को दी गई, जहां पर पुलिस के दो जवानों को लगाया गया. सहकारी समिति चुनाव के लिए राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार व्यक्ति आठवीं पढ़ा लिखा होना चाहिए, लेकिन कई व्यक्तियों ने तो आठवीं पास भी नहीं की है, फिर भी सरकारी समिति में अपने आवेदन जमा करा चुके थे और उपाध्यक्ष के लिए शनि महाराज मंदिर कैलाश पुजारी के चार संतान की अनापत्ति दर्ज करवाई गई, जबकि अधिकारी रमेश चंद्र जागेटिया व व्यवस्थापक ने ग्रामीणों को अंधेरे में रखकर 8 सितंबर को ही निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया. 


इस मामले में ग्रामीणों ने चुनाव अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सरकारी समिति मण्डल के सदस्यों के चुनाव निरस्त करने की मांग की है. मोखमपुरा के देवीलाल जाट ने इस मामले से सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना को मोबाइल पर जानकारी देकर अवगत कराया. 


Reporter - Deepak Vyas


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