Rajasthan News: जहां भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर भजनलाल सरकार पूरी तरह सख्त दिखाई दे रही है. वहीं, चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर थाने में हुई ट्रैप की कार्रवाई के मामलें में एसीबी खुद कंफ्यूज नज़र आ रही है. चित्तौड़गढ़ एसीबी की ओर से भदेसर थाने में हुई ट्रैप की कार्रवाई में दो अलग-अलग कहानियां पेश की गई. जो कि लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भदेसर थाने में एसीबी ने की ट्रैप की कार्रवाई 
ट्रैप की इस कार्रवाई में चित्तौड़गढ़ एसीबी ने पहले सिर्फ भदेसर थाने के कांस्टेबल सुरेश कुमार और एक दलाल कैलाश तेली को आरोपी बनाया. इसे लेकर चित्तौड़गढ़ एसीबी एडिशनल एसपी कैलाश सांदू की ओर से शाम 5 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर मीडिया को दिए बयान में बताया कि भदेसर थाने के कांस्टेबल और दलाल ने रिश्वत की मांग की थी, जिन्हें गिरफ्तार कर चित्तौड़गढ़ एसीबी ब्यूरो कार्यालय लाने की बात कही गई. एसीबी की ओर से मीडिया को दोनों आरोपियों के वीडियों करवाए गए. 


ये भी पढ़ें- राजस्थान में पड़ रही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी,50 के पार पहुंचा पारा,इन जिलों में रेड अलर्ट


पहले एसएचओ को बचाया, फिर रंगे हाथों गिरफ्तार होना बताया
वहीं, इस पूरे मामले में पहले भदेसर थाने के एसएचओ रविंद्र सेन को रिश्वतखोरी के आरोप से बाहर रखा गया, लेकिन शाम सवा 7 बजे एसीबी मुख्यालय की ओर से जारी प्रेस नोट में एसएचओ रविंद्र सेन को ट्रैप के दौरान रंगे हाथों गिरफ्तार करने का हवाला देते हुए मामले में आरोपी बना दिया. जो कि लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. 


संवाददाता: ओमप्रकाश भट्ट


ये भी पढ़ें- Rajasthan live News: भीषण गर्मी में बिजली कटौती से आमजन परेशान, ऊर्जा मंत्री ने गहलोत सरकार पर उठाए सवाल, पढ़ें बड़ी खबरें