Chittorgarh में श्री सांवलियाजी मंदिर जी की बदलेगी सूरत, 263 करोड़ का बजट हुआ पारित
Chittorgarh,Shri Sanwaliyaji Temple: आगामी बजट में मुख्य निष्पादन अधिकारी अभिषेक गोयल ने बताया कि इस बजट में यात्री सुविधाओं के विस्तार को प्राथमिकता दी गई है. इसके अलावा मुख्य मंदिर के अंदर अधूरे पड़े स्वर्ण रजत कार्य पूरा करने को भी प्राथमिकता दी है.
Chittorgarh,Shri Sanwaliyaji Temple: श्री सांवलियाजी मंदिर बोर्ड की बैठक जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल की उपस्थिति तथा बोर्ड अध्यक्ष भेरू लाल गुर्जर की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक के दौरान वर्ष 2023- 24 का 263 करोड़ का अनुमानित बजट पारित किया गया.
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आगामी बजट में मुख्य निष्पादन अधिकारी अभिषेक गोयल ने बताया कि इस बजट में यात्री सुविधाओं के विस्तार को प्राथमिकता दी गई है. इसके अलावा मुख्य मंदिर के अंदर अधूरे पड़े स्वर्ण रजत कार्य पूरा करने को भी प्राथमिकता में सम्मिलित किया गया.
बजट प्रस्ताव में मंदिर के विभिन्न आय स्रोतों से 168.40 करोड़ की आय तथा पूर्व में बचत 946 करोड़ कुल 263 करोड रुपए की आय तथा अनुमानित व्यय इतनी राशि के बजट का अनुमोदन किया गया.
यात्री सुविधा को प्राथमिकता
मंदिर बोर्ड की बैठक में 150 करोड़ रुपए यात्री सुविधाओं के विस्तार के लिए रखे गए है. इसमें कलश का शेष कार्य, मंदिर के गर्भ गृह में प्रतिमा की पिछवाई पर स्वर्ण रजत कार्य, माता जी के मंदिर पर डोम निर्माण कार्य, सिंहद्वार के दोनों तरफ प्लेटफार्म निर्माण, प्रसाद काउंटर निर्माण, जूता स्टैंड निर्माण, सिंह द्वार के दोनों तरफ उद्यान निर्माण, म्यूजिकल फाउंटेन, लाए इटिंग डेकोरेशन, लेजर वाटर शो निर्माण को प्राथमिकता दी गई है.
इसके अलावा भूमि अधिग्रहण, मुख्य लिंक सड़कों का निर्माण, टाउनशिप प्लान, धर्मशाला निर्माण, गौशाला में नए शेड निर्माण, 16 गांवों के विकास मंदिरों का जीर्णोद्धार, परिसंपत्तियों पर चारदीवारी निर्माण, दाल बाटी सेट निर्माण, मंदिर मंडल के स्टोर निर्माण, मंडफिया कस्बे के सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्य मंदिर क्षेत्र के 16 गांव के विकास को सम्मिलित किया गया.
अधूरे कार्यों पर होगी कार्रवाई
मुख्य निष्पादन अधिकारी अभिषेक गोयल का कहना है कि कुरेठा से नरबदिया रोड मंडफिया बाईपास तथा आसावरा माता बाईपास सड़क सहित विभिन्न निर्माण कार्य जो अधूरे पडे हुए या उन पर कार्य शुरू नहीं किया गया है उन ठेकेदारों के खिलाफ विभागीय सख्त कार्रवाई विचाराधीन है. इस संबंध में दिशा निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को प्राथमिकता मिल जाएगी.
सदस्यों ने बैठक का किया बहिष्कार
. सांवलियाजी मंदिर बोर्ड की बजट बैठक में पहली बार 4 सदस्यों ने बैठक का बहिष्कार किया जबकि कपासन प्रधान भेरूलाल चौधरी ने बाहर होने की बात कही है. मंदिर बोर्ड के इतिहास में यह पहला अवसर है कि बोर्ड पदाधिकारी के खिलाफ मुखर विरोध सामने आया है. जानकारी के अनुसार सांवलियाजी मंदिर बोर्ड की बैठक बुधवार सांय गोकुल विश्रांति गृह में आयोजित हुई थी. इस बोर्ड की बैठक में अध्यक्ष सहित 3 सदस्य ही शामिल सम्मिलित हुए जबकि 4 सदस्यों ने पूर्व घोषित बहिष्कार किया तथा वर्तमान बोर्ड अध्यक्ष तथा प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बहिष्कार की घोषणा की.
इस बैठक में केवल तीन सदस्य सम्मिलित हुए. इसमें चेयरमैन भेरू लाल गुर्जर के अलावा 2 सदस्य भैरूलाल सोनी तथा श्री लाल पाटीदार ही सम्मिलित हुए. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जाती है कि इस में वर्ष भर का बजट पारित होता है तथा बोर्ड सदस्यों के सुझाव भी इसमें सम्मिलित किया जाते हैं लेकिन इस बोर्ड की बैठक में नियुक्त सदस्यों की तुलना में अधिकारियों की संख्या ज्यादा थी.
वर्ष 1994 में मंदिर का पहला बोर्ड बना था. इसके बाद लगातार 8, 9 बोर्ड गठन हो चुके हैं लेकिन इससे पहले कभी भी सदस्यों ने सार्वजनिक विरोध नहीं किया था. बहिष्कार करने वाले सदस्यों में ममतेश शर्मा, अशोक शर्मा, संजय मंडोवरा तथा भादसोडा सरपंच शंभू लाल सुथार सम्मिलित हैं वहीं कपासन प्रधान व बोर्ड सदस्य भैरूलाल चौधरी ने बताया कि वह गुरुवार को बैठक के दौरान पाली होने की वजह से नहीं आ पाए.
बहिष्कार करने वाले चारों सदस्यों का आरोप था कि पूर्व बोर्ड की बैठक में सदस्यों द्वारा दिए गए प्रस्ताव हटा दिए गए वही कुछ प्रस्ताव मनमर्जी से लिखे गए जो बोर्ड बैठक में आए ही नहीं 2 माह तक लगातार प्रोसिडिंग फाइनल नहीं होता है सदस्यों की भावना के अनुरूप कार्य नहीं होते हैं मंदिर कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में रखने जैसे कई मामलों में आपत्ति जताते हुए चारों सदस्यों ने इस संबंध में विरुद्ध जारी किया है. इस संबंध में जयपुर भी अवगत कराया गया है.
,बोर्ड सदस्यों से किसी तरह के मतभेद नहीं है अगर कोई समस्या है तो बोर्ड बैठक में रखें उस पर चर्चा की जा सके इस तरह बहिष्कार करने का कोई औचित्य नहीं है वार्षिक बैठक में सभी के सुझाव सम्मिलित किया जा सकते थे मंदिर का कार्य सभी सदस्यों के सहयोग से होता है इन्हें भाग लेना चाहिए .
भेरू लाल गुर्जर अध्यक्ष सांवलिया जी मंदिर मंडल ने इस बारे में अपना तर्क देते हुए कहा कि, मंदिर बोर्ड बैठक के लिए सभी माननीय सदस्यों को अवगत कराया गया था इसके बाद भी उन्हें फोन पर भी बैठक में भाग लेने का आग्रह किया लेकिन बैठक में नहीं पहुंचे.
ये रहे मौजूद
बैठक के दौरान मुख्य निष्पादन अधिकारी गोयल ने बजट पेश किया. बजट के दौरान जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने भी कई सुझाव दिए. बैठक में मंदिर मंडल सदस्य भेरू लाल सोनी व श्री लाल पाटीदार के अलावा अधिशासी अभियंता हजारीलाल मेघवाल, सहायक अभियंता सुरेश लड्ढा, सहायक लेखा अधिकारी भवानी शंकर तिवारी, देवस्थान आयुक्त प्रतिनिधि महेंद्र सिंह, प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर टेलर, लिपिक मनीष दाधीच व ओंकार लाल सहित उपस्थित थे.