सीरियाई धरती पर भिड़ गए NATO के दो दिग्गज देश, तुर्की ने कहा- कर देंगे दफन
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सीरियाई धरती पर भिड़ गए NATO के दो दिग्गज देश, तुर्की ने कहा- कर देंगे दफन

Turkish President warned Kurdish Fighters: तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि सशस्त्र बलों ने उत्तरी सीरिया और इराक में 21 YPG-PKK लड़ाकों को मार गिराया है. इस बीच राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने कुर्द लड़ाकों को चेतावनी दी है.

सीरियाई धरती पर भिड़ गए NATO के दो दिग्गज देश, तुर्की ने कहा- कर देंगे दफन

Turkish President warned Kurdish Fighters: सीरिया में मचे घमासान के बीच तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने कुर्द लड़ाकों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि सीरिया में मौजूद कुर्द लड़ाके या तो हथियार डाल दें या फिर उन्हें सीरिया की धरती में दफना दिया जाएगा. साथ ही अल-असद के निष्कासन के बाद, तुर्की ने बार-बार जोर देकर कहा है कि कुर्द वाईपीजी मिलिशिया को भंग कर देना चाहिए. क्योंकि इस संगठन का सीरिया में आने वाले दिनों में कोई जगह नहीं है.

एर्दोआन की धमकी
एर्दोआन ने 25 दिसंबर को संसद में अपनी सत्तारूढ़ एके पार्टी के सांसदों से कहा, "अलगाववादी हत्यारे या तो अपने हथियारों को अलविदा कह देंगे, या फिर उन्हें अपने हथियारों के साथ सीरियाई धरती में दफना दिया जाएगा. हम उस आतंकवादी संगठन को खत्म कर देंगे, जो हमारे और हमारे कुर्द भाइयों और बहनों के बीच खून की दीवार खड़ी करने की कोशिश कर रहा है."

अमेरिका के सहयोगी को तुर्की की धमकी
तुर्की का मानना ​​है कि YPG मिलिशिया, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के सहयोगी सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेस (SDF) का मुख्य घटक है. गैरकानूनी कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) मिलिशिया का विस्तार है, जिसने 1984 से तुर्की राज्य के खिलाफ विद्रोह छेड़ रखा है. PKK को तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है. अंकारा ने बार-बार अपने NATO सहयोगी वाशिंगटन और अन्य से YPG का समर्थन बंद करने का आह्वान किया है.

तुर्की ने 21 लड़ाकों को मार गिराया
इससे पहले, तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि सशस्त्र बलों ने उत्तरी सीरिया और इराक में 21 YPG-PKK लड़ाकों को मार गिराया है. एसडीएफ कमांडर मजलूम आब्दी ने पिछले सप्ताह सीरिया में पहली बार पीकेके लड़ाकों की मौजूदगी को स्वीकार किया था.

उन्होंने कहा था कि उन्होंने आईएसआईएल (जिसे आईएसआईएस के नाम से भी जाना जाता है) लड़ाकों से लड़ने में मदद की थी और अगर तुर्की के साथ पूर्ण युद्धविराम पर सहमति बन जाती है, तो वे घर लौट जाएंगे. तुर्की की यह मुख्य मांग है. उन्होंने पीकेके के साथ किसी भी संगठनात्मक संबंध से इनकार किया. 

अलेप्पो में खोलेगा तुर्की अपना दूतावास
एर्दोआन ने यह भी कहा कि तुर्की जल्द ही अलेप्पो में अपना दूतावास खोलेगा. उन्होंने कहा कि अंकारा को अगले साल गर्मियों में अपनी सीमाओं पर यातायात में वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि उसके यहां रह रहे लाखों सीरियाई प्रवासियों में से कुछ अपने घरों को लौटना शुरू कर देंगे.

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