चित्तौड़गढ़: जिले में बेमौसम हुई भारी बारिश से किसानों की पकी फसलें चढी बारिश भेट, बेमौसम हुई बारिश से फसलों में भारी नुकसान,हुआ है। सोयाबीन,मूंगफली, उडद, मक्का पूरी तरह चौपट हो गई है। किसान इस वक्त अपनी फसलों को समेटने में लगा हुआ है,सोयाबीन की फसल कटी हुई पड़ी है,मूंगफली की फसल को भी गिल्ली होकर लगातार बारिश होने की कारण सड़ने लग गई है. महंगे खाद बीज बोकर तैयार हुई फसल बेमौसम बारिश की भेंट चढ़ जाने से किसानों के मुंह का निवाला छिन गया है.


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एक बार फिर से अक्टूबर महिने में भारी बारिश होने का सिलसिला जारी रहने और अत्यधिक वर्षा के कारण फसल खेतों में जलमग्न होने के कारण खराब हो गई है,कई किसानों की कटी हुई फसले खेतों में पड़ी है जो बारिश और जल जमाव के कारण खराब होने से किसानों में चिंता का माहौल है.


मुआवजा देने की मांग


क्षेत्रीय किसानों की मांग है कि प्रशासन नुकसानी की गिरदावरी करके, हुए नुकसान का सर्वे कर मुआवजा देकर राहत प्रदान करें. बारिश और जलभराव के कारण कई किसानों के खेतों में, इससे उत्पादन शून्य आने की संभावना जताई जा रही है.


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क्षेत्र के किसानों का कहना है कि वर्तमान में हो रही बारिश से फसलों के नुकसान की गिरदावरी कब होगी पता नहीं, दूसरी तरफ आगामी रबी कि फसल के लिए महंगे खाद बीज कि भी व्यवस्था करनी है. इससे किसानों को बहुत आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा हैं.


बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें विशेष सोयाबीन मे 70 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है, ऐसे में राज्य सरकार को सवेदनशिलता का परिचय देकर किसानों का केसीसी का कर्ज माफ कर आर्थिक सम्बल प्रदान करें.


Reporter- Deepak vyas