Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ में अंतरराष्ट्रीय घरेलू कामगार महिला दिवस के अवसर पर मनाये जा रहें सप्ताहिक पखवाड़े दौरान, राष्ट्रीय घरेलू महिला श्रमिक संगठन द्वारा एक दिवसीय सम्मेलन का कलेक्ट्री परिसर में आयोजन किया गया. कामकाजी श्रमिक संगठन की कार्यकर्ता रेखा भटनागर ने बताया कि कलेक्ट्री परिसर में घरेलू कामगार महिला साप्ताहिक पखवाड़ा सम्मेलन के दौरान सरकारी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ महिलाओं ने सीधा सवाल जवाब किया. कामकाजी महिलाओं ने सरकारी अधिकारियों से कहा कि साहब हमें दूसरों के घरों को संवारने में कई दशक बीत चुकें हैं, हमारे हित में आज दिन तक कोई भी कल्याणकारी योजनाएं स्थापित नहीं हुई हैं, आज भी हमें सरकार की कोई भी स्कीम लागू होती हैं तो हमें मुंह ताकना पड़ता हैं. किसी भी योजना में लाभ लेने जाते हैं तो वह अधिकारी कहते हैं कि यह तुम्हारे लिए नहीं हैं, इस तरह के हमें जवाब मिलते हैं.महिलाओं ने बताया कि जिस प्रकार से निर्माण श्रमिकों के लिए कल्याणकारी योजनाएं निर्माण की गई हैं, उसी तरह की योजना घरेलू कामगार महिलाओं के लिए भी लागू की जाए. घरेलू कामकाज से जुड़ी हुई महिलाएं आज भी अपेक्षित और शोषित वर्ग में आती हैं, हम जहां  बस्तियों में रहते हैं, वहां पर भी कोई मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती हैं. अशिक्षित होने के कारण योजनाओं के नाम पर हमेशा ठगी होती रही हैं, कई लोग योजनाओं के नाम पर हमें ठग लेते हैं. अधिकारियों के साथ सीधी से बात करते हुए महिलाओं ने अपना दर्द बयां किया.कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मदनलाल ओजस्वी ने श्रम विभाग की कल्याणकारी योजनाओं को बताया एवं क्षतिपूर्ति अधिनियम के बारे में जानकारी प्रदान की. 


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एक दिवसीय सम्मेलन में घरेलू कामकाजी महिलाओं ने अपना 16 सूत्री मांगों को लेकर मांग पत्र तैयार किया, जिसमें घरेलू कामकाजी महिलाओं को श्रमिक का पूर्ण दर्जा दिया जाए, घरेलू कामकाजी महिलाओं के लिए अलग से सामाजिक सुरक्षा योजनाएं स्थापित हो, पुलिस सुरक्षा मिले, घरेलू कामगार महिलाओं के लिए कल्याण मंडल की स्थापना हो, घरेलू कामकाज से जुड़ी महिलाओं को आज के महंगाई के दौर को देखते हुए उनका न्यूनतम वेतन तय हो, घरेलू कामकाजी महिलाओं को कार्यस्थल पर शौचालय की व्यवस्था हो, काम के दौरान साप्ताहिक अवकाश छुट्टी, किराए पर रहने वाले कामगारों को निशुल्क आवास उपलब्ध करवाये जाए, जिन कच्ची बस्तियों में घरेलू कामकाजी महिलाएं रहती हैं उन बस्तियों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो, आवास का अधिकार प्राप्त हो और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सही से देख रेख हो. साथ ही घरेलू कामकाज से जुड़ी महिलाओं एवं सभी वर्ग के लोगों को संगठित मजदूरों की तरह भविष्य निधि पेंशन आदि व्यवस्थाएं हो, इनके बच्चों के भविष्य के लिए शिक्षा में उचित छात्रवृत्ति की व्यवस्था हो, घरेलू कामकाजी महिला संगठन के साथ सरकारी योजनाओं को लेकर समय-समय पर कार्यशाला हो, कामकाजी महिलाओं के प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए भी पुरस्कृत योजनाएं स्थापित की जाए. 


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 महिलाओं ने 16 सूत्री मांगों को लेकर उपखंड अधिकारी के माध्यम से कलेक्टर को अपना मांग पत्र सौंपा. इस दौरान सम्मेलन में अतिथियों द्वारा लेबर हेल्पलाइन 18001800999, महिला हेल्पलाइन 181 एवं चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 एवं महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देकर महिलाओं को जागरूक किया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रम विभाग के प्रशासनिक अधिकारी मदनलाल ओजस्वी रहें, कार्यक्रम की अध्यक्षता घरेलू कामकाजी महिला श्रमिक संगठन की प्रदेश समन्वय सिस्टर कीर्ति ने की, विशिष्ट अतिथि आजीविका ब्यूरो लेबर हेल्पलाइन से कोर्डिनेटर सुरेंद्र यादव, संगीता त्यागी, रामेश्वर शर्मा,अरावली निर्माण मजदूर सुरक्षा संघ संभागीय अध्यक्ष गोविंदलाल ओड उदयपुर , यूनियन के विधिक सलाहकार एडवोकेट अंबालाल ओड रहें. कार्यक्रम का संचालन घरेलू संगठन की कार्यकर्ता वर्षा बैरवा ने किया. 


Reporter - Deepak Vyas


 


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