Big Raid On Fake Call Center: चित्तौड़गढ़ में फर्जी कॉल सेंटर पर पुलिस की रेड, यूएस के लोगों को देते थे झांसा, 16 आरोपी गिरफ्तार
Big Raid On Fake Call Center: एक एप और फर्जियों का बड़ा समूह हजारों किलोमीटर दूर बैठे यूएस के लोगों को अपना शिकार बनाते थे. चित्तौड़गढ़ पुलिस ने इस मामले में शनिवार सुबह रेड मारी है. इस दौरान 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. ये आरोपी Text Now App के जरिए राशि ट्रांसफर करवाते थे.
Big Raid On Fake Call Center in Chittorgarh: Text Now App की सहायता से यूएस में लोगों को कॉल कर अमेजन कंपनी के कस्टमर सर्विस बनकर झांसा देने वाले फर्जी कॉल सेंटर्स पर कोतवाली पुलिस ने शनिवार सुबह रेड डालकर 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी यूएस के लोगों को अमेजन से माल डिलीवरी करने और डिलीवरी कैंसिल कराने का झांसा देते थे. साथ ही कस्टमर जब बात नहीं मानते तो उन्हें भारी राशि का नुकसान होने की बात कहकर डराते हैं.
वहीं, खरीदने पर उन्हें गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए कहते हैं. फिर उनसे Text Now App के जरिए राशि ट्रांसफर करवाते हैं. यह कॉल सेंटर सिर्फ रात में ही चलाए जा रहे हैं. यह आरोपी नागालैंड, असम, मेघालय, उदयपुर, अजमेर और मुंबई के रहने वाले हैं.
थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि काफी दिनों से चित्तौड़गढ़ कोतवाली थाना क्षेत्र में अवैध गतिविधियों की सूचना मिल रही थी. एसपी राजन दुष्यंत, एडिशनल एसपी अर्जुन सिंह और चित्तौड़गढ़ डिप्टी बुद्धराज टांक के निर्देश पर एक विशेष अभियान चलाया गया. मुखबिर से सूचना मिलने पर गोपाल नगर स्थित होटल धनुष में ऊपर बने हॉल में पुलिस ने रेड डाली, जिसमें अमेजोन कस्टमर सर्विस के नाम से एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था. सभी आरोपी वहां इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट्स और संचार साधनों का यूज करते हुए विदेशी लोगों से इंटरनेट कॉलिंग कर अमेजॉन कंपनी से माल डिलीवरी का झांसा देकर रुपए ऐंठ लेते हैं.
थानाधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि जब वहां तलाशी ली गई तो होटल की दूसरी मंजिल पर काउंटर बने हुए थे और 16 व्यक्ति कंप्यूटर पर काम कर रहे थे, काउंटर पर बैठे सभी लड़के हेडफोन से इंग्लिश में बातचीत कर रहे थे. उन्हें हिदायत देकर चारों तरफ से घेरा गया और पकड़ कर पूछताछ की गई.
आरोपियों ने बताया कि उनके पास कंप्यूटर इक्विपमेंट्स और TextNow App की मदद से यूएस में कॉल कर लोगों को अमेजॉन कंपनी के कस्टमर सर्विस बनकर झांसा देते हैं. कस्टमर को कंपनी से माल डिलीवरी करने की बात करते हैं. अगर कस्टमर नहीं मानता है, तो डिलीवरी कैंसिल कराने पर भारी नुकसान या पेनल्टी चार्ज लगने की बात कर धमकी देते हैं.
साथ ही उन्हें गिफ्ट कार्ड देने का भी लालच देते हैं और उस गिफ्ट कार्ड को खरीदने के लिए भी पैसों की मांग करते हैं. जब कस्टमर मान जाता है तो उन्हें TextNow App की आईडी पर राशि ट्रांसफर करने की बात की जाती है, यह सभी आरोपियों से इंटरनेशनल कॉल करने का लाइसेंस पूछा गया तो इनके पास कोई लाइसेंस भी नहीं था.
इस पर सभी आरोपियों नवी मुंबई निवासी प्रेम सिंह पुत्र बलवंत सिंह राजपूत, अंबामाता, उदयपुर निवासी मोहम्मद नजीब पुत्र मुजफ्फर अहमद, गुवाहाटी, असम निवासी उर्फ रोबिन सिंह पुत्र अशोक सिंह भल्ला, नागालैंड निवासी जिन्यापा बुघो उर्फ जैक पुत्र तेलु चुघो, नागालैंड निवासी डेविड पुत्र नॉथम कोन्याक, मुंबई वेस्ट निवासी रोहित पुत्र विनोद परिहार, नागालैंड निवासी जैनी थुंग पुत्र मालामो किथोन,
नवी मुंबई निवासी जछरियह एक्का उर्फ जैक पुत्र सुरेश एक्का, नागालैंड निवासी अविनाश चौधरी पुत्र उमेश चौधरी, मेघालय निवासी किरण सुबा पुत्र राजबहादुर सुबा, नागालैंड निवासी अपान कोनियाक पुत्र जैवॉग कोनियाक, नागालैंड निवासी जिरी पुत्र विपिन, मुंबई निवासी अभिजीत पुत्र अर्जुन सिरवाले, उदयपुर निवासी सिराजुल हक पुत्र जाकिर हुसैन, अजमेर निवासी लखन टेलर पुत्र कैलाश टेलर और दीमापुर निवासी लिथन अंगामी पुत्र वोचुथंग अंगामी को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया. पूछताछ पर पता चला कि यह कॉल सेंटर शाम को 6 बजे से सुबह के 6 बजे तक ही संचालित होता है.
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि इनके तार दिल्ली से भी जुड़े हुए हैं. चित्तौड़गढ़ शांत शहर होने के कारण यहां पर कॉल सेंटर चलाने का प्लान बनाया था. छोटा शहर होकर भी यहां पर हाईटेक तरीके से काम किया जा रहा था. पुलिस ने 19 सीपीयू, 3 मोबाइल, एक लैपटॉप, जिसमें TextNow App डाउनलोड था, रेड नेट राउटर, वाईफाई, सीसीटीवी कैमरा जब्त किया गया.
पूछताछ में यह भी पता चला कि कॉल सेंटर का मालिक उदयपुर निवासी प्रसून्न उर्फ प्रशांत और लाला उर्फ शरीफ खान पुत्र बाबू खान पठान, चित्तौड़गढ़ निवासी सचिन बैरागी और होटल मालिक साजन बैरागी उर्फ रोहित पुत्र श्याम दास बैरागी इसमें शामिल था, जिन के निर्देश पर यह कॉल सेंटर संचालित होता है। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि यह कॉल सेंटर पहले भी चला रहे थे लेकिन किसी कारण से बंद कर दिया गया, फिर 1 महीने से लगातार चला रहे हैं.फर्जी कॉल सेंटर पर भी दबिश.
ये थी टीम
इस कार्रवाई में प्रोबसनर SI जयेश कुमार, ASI जितेन्द्रसिंह, हेड कॉन्स्टेबल बालमुकन्द, उमर खां, कांस्टेबल, सुनील कुमार, साइबर सेल के हेड कांस्टेबल राजकुमार, प्रवीण, कांस्टेबल राजेश, हीरालाल, प्रह्लाद, रवि कुमार, अनिल कुमार, शिव नारायण, भूपेंद्र सिंह, राधेश्याम शामिल थे. जब भी आरोपी US में कॉल करते थे तो उसमें 6 अलग-अलग नंबरों से फोन जाते थे. इसके अलावा आरोपियों ने एक चार्ट में दो अलग अलग ग्रुप बनाए हुए थे. जिनके अंदर में अलग-अलग कर्मचारियों के काम करने की बात लिखी गई. साथ ही सन्नी और अविनाश को बैंकर बताया गया. एक ग्रुप रोहित का बताया जा रहा है और दूसरा ग्रुप जेरी और लियो का.
Reporter- Deepak Vyas
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