Rajasthan Crime: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं से चौंकाने वाला मामला सामने आया है. पुलिस उपाधीक्षक के गनमैन कांस्टेबल ने बेगूं थाने में कार्यरत महिला कांस्टेबल को गोली मार दी है. इसके बाद उसने खुद को भी गोली मारकर जख्मी कर दिया है.  दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है. दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद चित्तौडग़ढ़ रेफर किया गया है. यहां उनका इलाज किया जा रहा है. हालांकि गोली मारने का कारण अभी तक समझ नहीं आया है.

 

दोनों को पुलिस विभाग में काम करते हुए दो वर्ष से भी कम समय हुआ है. लगभग 16-17 महीने पहले ही दोनों की बेगूं में पोस्टिंग हुई थी. पूनम मूलत दौसा के महुआ की निवासी है. वहीं सियाराम कोटा का रहने वाला है. पूनम बेगूं थाने में नियुक्त थी वहीं, सियाराम पुलिस उपाधीक्षक बेगूं अंजलि सिंह के गनमैन के तौर पर नियुक्त था. 


पूनम थाने के सामने ही एक किराए के कमरे में रहती थी. शाम 7 बजे जैसे ही वो घर पहुचीं घर पर उसके कमरे में सियाराम पहले से बैठा हुआ था. कमरे में दो गोली चलने की आवाज सुन कर आसपास के एक लोग आ गए और थाने में सूचना दी. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने दोनों घायलों को बेगूं उप जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां से उन्हें चित्तौड़गढ़ रेफर कर दिया गया.

 


जानकारी के मुताबिक सोमवार शाम को ठुकराई पंचायत में अतिक्रमण कार्रवाई की जा रही थी. अतिक्रमण हटाने के दौरान जाप्ते में पूनम भी थी. दस्ते में मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान पूनम किसी भी प्रकार से परेशान या जरी नहीं हुई थी. पूनम एवं सियाराम के बीच क्या था, क्या मामला था इस बारे में किसी को जानकारी नहीं है.

 

दोनों को बेगूं में उपचार के बाद चित्तौड़गढ़ भर्ती कराया गया है.दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन स्थिर बताई जा रही है. दोनों का इलाज चल रहा है. पुलिस टीम मामले की जांच में लग गई है.