सास-ससुर मारपीट कर ससुराल से भगा देते हैं, पति कहते हैं ये बात, अब पत्नी ने दी भूख हड़ताल की धमकी
चित्तौड़गढ़ शहर के प्रतापनगर क्षेत्र में रहने वाली एक महिला काजल शर्मा ने जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल को लिखे ज्ञापन में कहा है कि कि मेरा विवाह सुमित रावत पिता भंवरलाल रावत निवासी 123बी, हुडको बस्ती, से.नं.5 गांधीनगर चित्तौड़गढ़ के साथ कोर्ट मेरिज वर्ष 2019 में हुआ था उसके पश्चात् सुमित रावत द्वारा मुझ प्रार्थियां से छुट चिट्ठी कर ली थी.
Chittorgarh: चित्तौड़गढ़ शहर के प्रतापनगर क्षेत्र में रहने वाली एक महिला काजल शर्मा ने जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल को लिखे ज्ञापन में कहा है कि कि मेरा विवाह सुमित रावत पिता भंवरलाल रावत निवासी 123बी, हुडको बस्ती, से.नं.5 गांधीनगर चित्तौड़गढ़ के साथ कोर्ट मेरिज वर्ष 2019 में हुआ था उसके पश्चात् सुमित रावत द्वारा मुझ प्रार्थियां से छुट चिट्ठी कर ली थी.
तत्पश्चात् दिनांक 19 फरवरी 2020 को पुनः मुझसे हिन्दु रिति रिवाज के अनुसार उदयपुर में विवाह कर लिया. उसके पश्चात् 25 अक्टूबर 2020 मेरे एक पुत्र का जन्म हुआ उसके पश्चात् मुझे सुमित के माता-पिता के कहने पर मुझे वापस छोड़ दिया और घर से बाहर निकाल दिया.
उसके बाद मेरे द्वारा दर्ज कराए गए 376, 498 के मामलों में मुकदमा चल रहा है जिसको लेकर मुझे पत्नि बताते हुए जमानत ली. उसके बाद से 2021 से मेरे साथ रहने लग गया, मुझे सुमित मीणा पार्षद वार्ड नं. 34 नगर परिषद् चित्तौड़गढ़ की मोहर लगा कर अलग-अलग दिन लिख कर दिया कि मैं तुम्हें रखूंगा, काजल के साथ मारपीट नहीं करूंगा और मेरे घर का कोई भी सदस्य बीच में नही बोलेगा, और यह आखिरी मौका है वो कुछ भी करें इस प्रकार मुझे विश्वास में लेकर साथ में रखने के लिए कहा. इस पर मैं बच्चे को लेकर घर गई तो मेरे साथ बुरी तरह मारपीट कर मुझे घर से बाहर निकाल दिया. मैं जब भी घर जाती हूं तो वहां से मुझे मारपीट कर भगा दिया जाता हैं. मेरे सास-ससुर मारपीट कर मुझे ससुराल से भगा देते हैं और मेरे पति को अन्दर बन्द करके कहते है कि वो अभी यहां नहीं रहता है उसे हमने बेदखल कर दिया हैं. अब हमारे साथ नहीं रहता हैं इस प्रकार मुझे सुसराल में मारपीट कर मुझे वहां नही रहने दिया जा रहा हैं.
मैं मजबुर होकर परेशान हो चुकी हूं. मैं दर-दर की ठोकरें खा रही हूं. ये लोग मेरे पति की कहीं अन्य जगह शादी की तैयारीयां कर रहे है. मेरा पति अन्य शादी कर रहा है. मेरे द्वारा मेरे सुसराल वालों के खिलाफ लिखित में रिपोर्ट दी गयी परन्तु उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. काजल ने जिला कलेक्टर से ज्ञापन के मार्फत कहा कि मुझ प्रार्थियां को न्याय नहीं मिलने की अवस्था में मैं धरना प्रदर्शन व उग्र आन्दोलन करूंगी, मैं प्रार्थियां को मेरा हक दिया जाए.
यहां तक कि प्रार्थियां ने न्याय नहीं मिलने पर अपने बेटे के साथ कलेक्टर कार्यालय के बाहर आत्महत्या करने तक की धमकी दे डाली
चित्तौड़गढ़ शहर के प्रतापनगर क्षेत्र में रहने वाली एक महिला काजल शर्मा ने जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल को लिखे ज्ञापन में कहा है कि कि मेरा विवाह सुमित रावत पिता भंवरलाल रावत निवासी 123बी, हुडको बस्ती, से.नं.5 गांधीनगर चित्तौड़गढ़ के साथ कोर्ट मेरिज वर्ष 2019 में हुआ था उसके पश्चात् सुमित रावत द्वारा मुझ प्रार्थियां से छुट चिट्ठी कर ली थी.
तत्पश्चात् दिनांक 19 फरवरी 2020 को पुनः मुझसे हिन्दु रिति रिवाज के अनुसार उदयपुर में विवाह कर लिया। उसके पश्चात् 25 अक्टूबर 2020 मेरे एक पुत्र का जन्म हुआ उसके पश्चात् मुझे सुमित के माता-पिता के कहने पर मुझे वापस छोड़ दिया और घर से बाहर निकाल दिया.
उसके बाद मेरे द्वारा दर्ज कराए गए 376, 498 के मामलों में मुकदमा चल रहा है जिसको लेकर मुझे पत्नि बताते हुए जमानत ली. उसके बाद से 2021 से मेरे साथ रहने लग गया. मुझे सुमित मीणा पार्षद वार्ड नं. 34 नगर परिषद् चित्तौड़गढ़ की मोहर लगा कर अलग-अलग दिन लिख कर दिया कि मैं तुम्हें रखूंगा, काजल के साथ मारपीट नहीं करूंगा और मेरे घर का कोई भी सदस्य बीच में नही बोलेगा, और यह आखिरी मौका है वो कुछ भी करें इस प्रकार मुझे विश्वास में लेकर साथ में रखने के लिए कहा. इस पर मैं बच्चे को लेकर घर गई तो मेरे साथ बुरी तरह मारपीट कर मुझे घर से बाहर निकाल दिया. मैं जब भी घर जाती हूं तो वहां से मुझे मारपीट कर भगा दिया जाता हैं. मेरे सास-ससुर मारपीट कर मुझे सुसराल से भगा देते है और मेरे पति को अन्दर बन्द करके कहते है कि वो अभी यहां नही रहता है उसे हमने बेदखल कर दिया हैं अब हमारे साथ नहीं रहता हैं इस प्रकार मुझे सुसराल में मारपीट कर मुझे वहां नही रहने दिया जा रहा हैं.
मैं मजबुर होकर परेशान हो चुकी हूं. मैं दर-दर की ठोकरें खा रही हूं. ये लोग मेरे पति की कहीं अन्य जगह शादी की तैयारीयां कर रहे है. मेरा पति अन्य शादी कर रहा है. मेरे द्वारा मेरे सुसराल वालों के खिलाफ लिखित में रिपोर्ट दी गयी परन्तु उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
काजल ने जिला कलेक्टर से ज्ञापन के मार्फत कहा कि मुझ प्रार्थियां को न्याय नहीं मिलने की अवस्था में मैं धरना प्रदर्शन व उग्र आन्दोलन करूंगी, मैं प्रार्थियां को मेरा हक दिया जाए, यहां तक कि प्रार्थियां ने न्याय नहीं मिलने पर अपने बेटे के साथ कलेक्टर कार्यालय के बाहर आत्महत्या करने तक की धमकी दे डाली.
Report- Deepak Vyas
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