Sujangarh: 74 साल बाद गुरु पूर्णिमा के दिन तेरापंथ के 8वें आचार्य कालूगणी की जन्मभूमि छापर में धर्मसंघ के 11वें आचार्य महाश्रमण के सान्निध्य में ऐतिहासिक चातुर्मास की शुरुआत होगी. इसी दिन सूरत के बाव गांव की 24 साल की नेकता पारिख और 46 साल की समणी अर्हतप्रज्ञा सांसारिक जगत को त्याग कर आचार्य महाश्रमण से दीक्षा लेंगी. दोनों की दीक्षा के साथ ही गुरु पूर्णिमा के दिन विधिवत रूप से छापर चातुर्मास की शुरुआत हो जाएगी.


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 चातुर्मास व्यवस्था समिति के उपाध्यक्ष और मीडिया प्रभारी प्रदीप सुराणा ने बताया कि छापर तेरापंथ समाज की ओर से सांसारिक मोह छोड़ दीक्षा लेने जा रही नेकता पारिख की गाजे बाजे के साथ जुलूस निकाला गया. जिसमें नेकता के परिवारजनों सहित बड़ी संख्या में कस्बेवासियों ने उत्साह के साथ भाग लिया. जुलूस में नेकता का जगह-जगह अभिनंदन किया गया.


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देश विदेश से छापर पहुंचे तेरापंथी
प्रदीप सुराणा ने बताया कि छापर सेवा केंद्र व्यवस्थापक तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज के सान्निध्य में हो रहे चातुर्मास के लिए अमेरिका, कनाडा सहित देशभर से तेरापंथी छापर पहुंचे हैं. बाहर से आने वाले छापर मूल के बहुत से लोग जहां अपनी पुरानी हवेलियों की सार संभाल कर उनमें रुके हैं. वहीं बाहर से आने वाले हजारों लोगों के लिए रहने खाने समेत सारी व्यवस्थाएं समिति द्वारा की गई है.


Reporter-Vinod Lota


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