Churu Weather News: राजस्थान के चूरू जिले का  AQI खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है. यही वजह हैं कि चुरू जिले की हवा धीरे-धीरे जहरीली होती जा रही है. क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा प्रदूषण ओर स्मॉग आम जन को परेशान कर रहा हैं. जिले के तापमान में कमी और प्रदूषण का फोग लगातार बढ़ता दिख रहा है. 


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चूरू का  AQI मंगलवार को 426 तक पहुंच गया है,  जिससे लोगों को श्वांस व एजर्ली के मरीजों को परेशानी हो रही है. अब जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर आ गया है. जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने चूरू शहर की वायु गुणवत्ता में गिरावट को रोकने के लिए संबंधित अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कदम उठाने के निर्देश प्रदान किए हैं. 


जिला कलेक्टर ने जिला पुलिस अधीक्षक तथा जिला परिवहन अधिकारी से कहा है कि यातायात पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा समन्वय कर बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र के चल रहे वाहनों को तुरंत प्रभाव से सीज किया जाए और चालान काटने की कार्रवाई की जाए. 


जिला कलेक्टर ने चूरू नगर परिषद आयुक्त को निर्देश प्रदान किए हैं कि नगर परिषद अपने क्षेत्राधिकार में आने वाली प्रत्येक सड़क पर पानी का छिड़काव करवाएं. शहर की सभी व्यस्त सड़कों की सफाई रात्रि में करवाना सुनिश्चित करें.


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होटल, रेस्टोरेंट, ढाबा आदि में लकड़ी, कोयले को तंदूर में ईधन के रूप में काम नहीं लिया जाए. इनके द्वारा विद्युत, गैस आदि क्लीन फ्यूल बेस्ड संसाधन ही काम लिए जाएं.  शहरी क्षेत्र में किसी भी तरह के कचरे को खुले में जलाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए और दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाए. शहरी क्षेत्रों में चल रहे  हर तरह के निर्माण एवं विनिर्माण कार्यों को तत्काल प्रभाव से रोका जाना सुनिश्चित करें. 


जिला कलेक्टर ने रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक से कहा है कि रीको द्वारा औद्योगिक क्षेत्र की प्रत्येक सड़क पर पानी का छिड़काव करवाया जाए और औद्योगिक क्षेत्र में किसी भी तरह के कचरे को खुले में जलाने पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए. दोषी व्यक्तियों पर कार्रवाई की जाए. 


उन्होंने सानिवि अधीक्षण अभियंता को शहर में चल रहे निर्माण एवं विनिर्माण कार्यों को तत्काल प्रभाव से रोकने के निर्देश दिए हैं. 


उन्होंने मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं सीएमएचओ को निर्देश प्रदान किए हैं कि सभी चिकित्साा संस्थान प्रभारियों को निर्देशित करें कि चिकित्सा सलाह के तहत अस्थमा के रोगियों, श्वास  रोगियों, वृद्धजनों को घर से बाहर कम से कम  निकलने और सभी को मास्क लगाने के लिए जागरुक करें.