Churu news: ऑफिस के बाहर सोने लगे सैकड़ों लोग, जानें पूरा मामला
Churu news: पिछले 1 साल से ग्रामीण गांव कंवलासर से करणीसर की तरफ जाने वाले कटानी रास्ते से अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे है. मांग नहीं सुने जाने पर ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय के तहसीलदार ऑफिस के मुख्य रास्ते के आगे जाकर सो गए.
Churu news: सरदारशहर तहसील के गांव कंवलासर के ग्रामीणों का सब्र का बांध बुधवार को टूट गया. पिछले 1 साल से ग्रामीण गांव कंवलासर से करणीसर की तरफ जाने वाले कटानी रास्ते से अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे है. बार-बार शासन से लेकर प्रशासन तक गुहार लगाने के बाद भी जब प्रशासन ने ग्रामीणों की मांगों की सुन नहीं ली तो ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय के तहसीलदार ऑफिस के मुख्य रास्ते के आगे जाकर सो गए. इस दौरान ग्रामीणों ने ना तो किसी को अंदर जाने दिया और ना ही किसी को अंदर से बाहर आने दिया.
इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि कई बार जिला कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को हमारी समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ . इसके अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी हम हमारी पीड़ा बता चुके है लेकिन कार्रवाई नहीं होने के चलते हमें मजबूरन आंदोलन करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि कंवलासर से करणसर की तरफ जाने वाले आम रास्ते पर कुछ दबंगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है.
जिसे हटाने की कई बार मांग की जा चुकी है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं होने के चलते तहसील कार्यालय के आगे हमें इस प्रकार से प्रदर्शन करना पड़ रहा है . ग्रामीणों ने इस दौरान बताया कि दबंगों द्वारा रास्ता रोके जाने के चलते हमें हमारे खेत जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, रास्ता रोके जाने के कारण तकरीबन डेढ़ सौ घर के लोग प्रभावित हो रहे हैं. डेढ़ सौ घरों के लोगों का खेत जाने का यह मुख्य रास्ता है. प्रशासनिक अधिकारी कई बार मौके पर भी जा चुके हैं लेकिन बिना समस्या का समाधान किए ही वापस लौट आते हैं.
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इस दौरान ग्रामीणों में भारी आक्रोश नजर आया. वही तहसील कार्यालय का रास्ता बंद होने के चलते यहां पर आने वाले कर्मचारियों तथा अन्य लोगों के काम रुक गए. ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक रास्ते से अतिक्रमण नहीं हटाया जाता तब तक वे लोग तहसीलदार ऑफिस के आगे से नहीं उठेंगे. वहीं तहसीलदार कार्यालय में नहीं पहुंचे, तहसीलदार के आने के बाद ही ग्रामीणों से तहसीलदार की वार्ता होगी.
REPORTER- NAVRATAN PRAJAPATI