Sujangarh News: कोतवाली पुलिस ने शनिवार को धोखाधड़ी के मामले में एक सूदखोर महिला को गिरफ्तार किया है. सीआई मुकुट बिहारी मीणा ने बताया कि विश्वास हनन,धोखाधड़ी और जबरदस्ती वसूली के आरोप में ललिता जांगिड़ पत्नी शंकरलाल निवासी लुहारगाडा, वार्ड 26 खातियों की गली बागरेचा बास सुजानगढ़ को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेजे जाने के आदेश हुए.


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लालचंद मावर पुत्र भंवरलाल माली निवासी नलिया बास सुजानगढ़ ने ललिता जांगिड़ व मनोज जांगिड़ पुत्र गिरधारीलाल जांगिड़ निवासी वार्ड 6 रतनगढ़ के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. रिपोर्ट में बताया कि ललिता जांगिड़ उसके भाई की दुकान के पास स्थित मुथूट फाइनेंस कंपनी में लोन लेने और किश्तें जमा करवाने आती थी. 


परिचय होने पर ललिता ने स्वयं का 10 रुपए से 20 रुपए सैकड़ा प्रतिमाह पर उधार देने का व्यवसाय बताया. रुपयों की प्रतिदिन की किस्तें इक्ठ्ठी करने के लिए उसे हर महीने तीन हजार रुपए व पैट्रोल का खर्च देने की बात कही. प्रस्ताव स्वीकार करने पर वह ललिता को बाइक पर किश्तें वसूल करने के लिए लेकर जाने लगा.


बाद में ललिता ने धोखाधड़ी के उद्देश्य से खुद की गोल्ड लोन लिमिट पूरी होने व ज्यादा लोन लेने पर घर में सूचना होने का भय बताकर कुछ गहनों पर लालचंद के नाम से लोन लेने को कहा. उसने विश्वास में आकर ललिता के दिए गहनों पर 1 लाख 30 हजार रुपए का लोन दिलवा दिया. ललिता ने जिन महिलाओं जो ब्याज पर रुपए दिए थे, वह रकम वापस करने के बावजूद ललिता उन महिलाओं के चैक व अन्य दस्तावेज देने में आनाकानी करने लगी और मुकदमों की धमकियां देने लगी. महिलाओं ने ललिता की शिकायत पुलिस व एसपी कार्यालय में की थी.


लालचंद को मुकदमों में फंसाने की दी थी धमकी दी


महिलाओं ने लालचंद को उसके सामने लिए हुए ब्याज व मूल रुपए की गवाही देने को कहा. लालचंद ने ललिता को ये बात बताई तो गवाही देने पर मुकदमे लगाने की धमकी देने लगी. 28 जुलाई को ललिता मनोज जांगिड़ को साथ में लेकर उसके भाई की दुकान पर आई. गहनों के बदले कोई रुपये नहीं देने के बावजूद 1 लाख 10 हजार रुपए देने का कहकर गहने मांगें. जबकि ललिता जांगिड़ ने उसको रुपए दिए ही नहीं थे. दोनों हल्ला करने लगे. लोगों ने बीच बचाव करने पर ललिता ने चैक मांगे व गहने लाकर देने पर चैक वापस देने की बात कही. लालचन्द ने दो चैक दे दिए.


दूसरे दिन लालचंद ने गहने छुड़वा लिए व ललिता को बुलाकर कई लोगों की मौजूदगी में गहने लौटा दिए. लालचन्द ने चेक मांगे तो उसने मना कर दिया, जबकि चेक बैंकों में पेश कर अनादरित करवा कर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया. मुकदमा उठाने के बदले दो लाख रुपए मांग कर कई मुकदमों में फंसाकर ब्लैकमेल करने लगे.