चूरू: लंपी स्किन डिजीज का कहर राजस्थान में दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. इस संक्रामक बीमारी के कारण राजस्थान में अब तक 1000 से अधिक मवेशियों की मौत हो चुकी है.इस खतरनाक वायरस ने पशुपालकों की नींद उड़ा दी है. चूरू के ग्रामीण इलाकों में अभी तक तीन गायों की मौत हो गई हैं. वहीं, पांच सौ के करीब बीमार पशुओं का आंकड़ा पहुंच गया है. अफ्रीका से पाकिस्तान के रास्ते भारत आई इस बीमारी का अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है. 


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 बीदासर सहित व आसपास के गांवों में सबसे अधिक गोवंशों में इस वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. पशु चिकित्सक जीवराज सिंह ने बताया की लंफि स्किन डिजीज (गाँठदार त्वचा रोग) पशुओं में तेज गति से फैल रहा है, इस रोग से पशुओं के शरीर पर लाल-लाल चकते और गांठे आ जाती हैं. इसके साथ ही तेज बुखार, कमजोरी के लक्ष्ण दिखने लगते हैं. साथ ही दुधारू पशु दूध देना कम कर देते हैं. यह वायरस मक्खी, मच्छर, जू, चिंचड़, गोईडे आदि खून चूसने वाले कीड़ों से फैल रहा है.


हालांकि, इसका इलाज संभव है, लेकिन पशुपालक सतर्क होकर समय पर उपचार करवाते हैं तो इसका परिणाम भी अच्छा रहता है. उन्होंने कहा कि बीदासर तहसील क्षेत्र में इस संक्रमण से जुड़े करीब 500 पशुओं की जानकारी हमें प्राप्त हुई है. जिनका उपचार भी शुरू कर दिया गया है.  वहीं, पशुओं में हो रही इस बीमारी से पशु पालक परेशान नजर आने लगे हैं, घरेलू पशु रखने वाले बताते हैं कि 8 दस दिनों से यह बीमारी होने के बाद पशुओं ने भोजन करना छोड़ दिया है.


Reporter- Gopal Kanwar


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