चूरू: जिला कारागृह में पोक्सो एक्ट के आरोप में बंद बंदी की फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामला तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में मृतक के परिजनों ने चूरू के कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया हैं और मृतक का शव लेने से इनकार कर दिया है. मृतक के पिता पूनमचंद ब्राह्मण ने सरदारशहर पुलिस थाने के कांस्टेबल सहित कई पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.


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मृतक के पिता ने आरोप लगाया है कि मेरा पुत्र छगनलाल भालेरी पुलिस थाने में दर्ज मामले में चूरू कारागृह में बंदी था.सांवरमल ब्राह्मण और सुभाष ब्राह्मण व तिलोक चंद शर्मा भालेरी थाने में उसको छुड़ाने के लिए गए तो थाने के बाहर हमें सरदारशहर पुलिस थाने का एक कॉन्स्टेबल और उसका चाचा व उसका ताऊ ने हमें धमकी दी कि तुम लोग छगनलाल को छुड़ाकर क्या करोगे. हम छगनलाल को जिंदा नहीं छोड़ेंगे. छगनलाल ने जो किया है उसका बदला लेंगे. छगनलाल के जेल में जाने के बाद जेल में उसके साथ रोज मारपीट होती थी. उससे जब भी मिलने जाते तो छगनलाल रोते हुए कहता कि कॉन्स्टेबल के रिश्तेदार मेरे साथ मारपीट करते हैं और कहते हैं कि तुझे जेल से जिंदा नहीं जाने देंगे.


जेल में कैदी के साथ कॉन्स्टेबल के रिश्तेदार करते थे मारपीट


छगनलाल का फोन घर पर आता तब भी वह यही बात कहता कि मेरी जान को खतरा है. जल्दी से मेरी जमानत करवाओ, छगनलाल के जेल में जाने के बाद कॉन्स्टेबल कई बार मेरे घर आया और कहा कि अगर छगनलाल को छुड़ाना है तो हमें 10 लाख रुपये दे दो मामला रफा-दफा करवा देंगे. 25 जुलाई को छगनलाल का उसकी माता के मोबाइल नंबर पर लगभग शाम 6 बजे फोन आया जिसमें छगनलाल ने बताया कि मेरे साथ बुरी तरह से मारपीट की जाती है. मुझे जल्द से जल्द छुड़वाओ, वरना यह लोग मुझे जान से मार देंगे. मंगलवार सुबह लगभग 7 बजे हमारे घर 1 सिपाही आया जिसने मुझे बताया कि छगनलाल की चूरू जेल में मौत हो गई है. मेरे पुत्र की कॉन्स्टेबल के चाचा कॉन्स्टेबल के ताऊ और अन्य ने जेल अधिकारी प्रभारी और जेल में बंद कैदियों से सांठगांठ कर हत्या करवाई गई है.


कॉन्स्टेबल को बर्खास्त करने की मांग


मृतक के पिता की मांग है कि आरोपी कांस्टेबल को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड किया जाए साथ ही साथ मामले की उच्च स्तर पर जांच करवाई जाए. वहीं,  इस पूरे प्रकरण में कोतवाली थाना अधिकारी सतीश कुमार यादव का कहना है कि मृतक के पिता द्वारा थाने में मामला दर्ज करवाया गया है. जिस पर मामला दर्ज कर पुलिस द्वारा जांच की जा रही है. मामले में वार्ड पार्षद राजेश पारीक ने कहा कि जिस परिस्थिति में कारागृह में बंदी की मौत हुई है यह जांच का विषय है. साथ ही जिस कॉन्स्टेबल पर गंभीर आरोप लगे हैं उसे भी तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए. जब तक आरोपी कांस्टेबल को निलबित नहीं किया जाता तब तक हम शव को नहीं लेंगे. हालांकि, पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ. 


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Reporter-Gopal Kanwar