Rajasthan News: भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ आज सरदारशहर के दौरे पर रहे. इस दौरान निजी कार्यक्रम में शामिल हुए. राठौड़ का बोथरा परिवार की ओर से स्वागत किया गया. समाजसेवी बाबूलाल बोथरा के नेतृत्व में पूर्व नेता प्रतिपक्ष के राठौड़ का स्वागत किया है. वहीं, राजस्थान की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए राजेंद्र राठौड़ ने परिणामों को लेकर बड़ा बयान दिया है. 


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राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने समय से पहले ही हथियार डाल दिए. तीन बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत का प्रचार में नहीं आना, सचिन पायलट जी ने सिर्फ औपचारिकताएं पुरी की. ये पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा जो अपने आप को सबसे बड़ा नेता मानते हैं, उन्होंने सोचा कि में ही इस चुनावी बैतरणी को पार कर दूंगा, उसका नतीजा सामने आ जाएगा। राजेंद्र राठौड़ ने आगे कहा कि सात चुनाव राजस्थान के सात अलग-अलग जिलों में और उनमें पीसीसी चीफ का दावा क्या होगा यह सामने आ जाएगा. हाथ कंगन को आरसी क्या पढ़े-लिखे को फारसी क्या सामने आ जाएगा. डोटासरा जी की केवल कल्पित बातें करना आदत में सुमार है. गोविंद डोटासरा जी को छोटी सी सफलता क्या मिल गई, वह समझ बैठे कि वह राजनीतिक के मर्मग्य विद्वान हो गए, मालूम पड़ जाएगा इस चुनाव में, कांग्रेस इस चुनाव में औंधे मुंह गिरेगी. 



इस दौरान राजेंद्र राठौड़ ने खींवसर और चौरासी सीट पर चुनौती को स्वीकार किया. उन्होंने कहा कि इन दो सीटों पर क्षेत्रीय पार्टियों ने अपना वजूद दिखाया है, पर राजस्थान में दुर्वीकरण मतों का सीधा रहता है. यहां कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी है. यहां तीसरी ताकत पहले भी नहीं पनपी और आगे भी नहीं पनपेगी. यदा कदा कोई एक आदि सीट मिल जाए उससे यह नहीं कहा जा सकता कि राजस्थान में कहीं तीसरा मोर्चा आकर ले रहा है. इस दौरान भाजपा नेता राठौड़ ने कहा कि मैं मेरे अनुभव से कह सकता हूं राजस्थान के अंदर किसी भी सत्तारूढ़ दल ने उप चुनाव में ऐसी सफलता प्राप्त नहीं की जो 23 तारीख को भजनलाल की सरकार बीजेपी की सरकार प्राप्त करेगी. कांग्रेस का अंतर्कलह और 11 महीने की सरकार का जनकल्याण, पारदर्शी शासन, माफियाओं पर कार्रवाई, सुदृढ़ कानून व्यवस्था इन सारी चीजों का असर यह हुआ कि लोग अब कांग्रेस को नकार रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि उपचुनाव की 7 सीटों में से भाजपा 6 से 7 सीट जीतने जा रही हैं.



वहीं, देवली उनियारा में हुए थप्पड़ कांड को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हिंसा का स्थान वो भी चुनावी प्रक्रिया के दौरान, यह संसदीय लोकतंत्र को कमजोर करने का काम है. चुनाव के अंदर नजदीक से नजदीक चुनाव मुकाबले में इस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में नहीं हुई. थप्पड़ कांड की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. निश्चित तौर पर तत्काल कार्यवाही होनी चाहिए, तत्काल ही उन्हें कानूनी शिकंजे में लिया जाना चाहिए था. उसमें विलंब हुआ पर देर आए दुरुस्त आए. यह पूरा मामले में कुछ लोग जो सोचते हैं कि हिंसा को प्रोत्साहित करके वह अपने मंसूबे में कामयाब हो जाएंगे, ऐसा कभी नहीं होगा. यह निश्चित तौर पर नींद नहीं.



वहीं, राजस्थान में बढ़ रहे वायु प्रदूषण को लेकर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती पर्यावरण का प्रदूषण होना ही है. हमारी अब आवोहवा बदल रही है. हमारे लगातार पेड़ कम होते जा रहे हैं, पेड़ों की कटाई होती जा रही है. इसलिए मोदी जी ने पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया और मां के नाम पेड़ लगाने का आह्वान किया. वायु प्रदूषण का खराब होना हमारी चिंता की बात है. इसमें सरकार कुछ नहीं कर पाएगी, इसमें सब लोगों को मिलकर ही करना होगा. समुदाय को करना है, समाज को करना है. यह चुनौती है इस चुनौती का सामना हम सब लोगों को मिलकर करना चाहिए. 



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