Rajasthan: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के लोकार्पण के साथ ही, पद्मश्री जगद्गुरु रामभद्राचार्य के जन्म का अमृत महोत्सव भी आयोजित होने वाला है. जनवरी 14 से 22 तक, रामभद्राचार्य के शिष्यों द्वारा आयोजित इस अमृत महोत्सव में अयोध्या में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.


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इस शानदार समारोह में 14 से 22 जनवरी तक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई प्रमुख नेता शामिल होंगे. महोत्सव में श्री रामकथा और श्री हनुमत महायज्ञ का आयोजन भी होगा.


धार्मिक आचार्य पंडित डॉ बालकृष्ण कौशिक, जो सरदारशहर तहसील के धर्मशास्त्रआचार्य हैं, महोत्सव में होने वाले श्री हनुमत महायज्ञ के मुख्य यज्ञाचार्य चुने गए हैं. इसके साथ ही, सरदारशहर से भेजे गए सप्त ऋषि वेद वेदांग ऋषि कुल ब्रह्मचर्य आश्रम के 41 बच्चे भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे.


धर्मशास्त्र आचार्य पण्डित डॉ बालकृष्ण कौशिक ने बताया कि अयोध्या में भगवान श्री रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह एवं श्री तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य जी महाराज के 75वां जन्म दिवस अमृत महोत्सव में आयोजित 1008 कुंडिया विशाल श्री हनुमत महायज्ञ के साथ होगा, जिसका मुख्य यज्ञाचार्य बनाया गया है. इसे मैं अपना बहुत बड़ा सौभाग्य मानता हूं. इस यज्ञ में सवा करोड़ आहुतिया 1100 वैदिक विद्वानों एवं 2100 यजमान द्वारा दी जाएगी.


 महोत्सव में दुनिया भर के लाखों श्रद्धालु अयोध्या आएंगे. इस दौरान अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का लोकार्पण और प्राण प्रतिष्ठा समारोह भी होना है. इस दौरान अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को आनंद की दोहरी अनुभूति होगी. उन्हें गुरु और गोविंद दोनों का आशीर्वाद एक ही जगह पर मिल सकेगा. उकार्यक्रम में शिरकत करेंगे .


इसके अलावा विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत एवं सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया है. इसके साथ ही अमृत संध्या में प्रस्तुति देने के लिए डॉ कुमार विश्वास, मालिनी अवस्थी, नलिनी कमलिनी, हेमा मालिनी, अनूप जलोटा आदि दिग्गज कलाकारों को आमंत्रित किया गया है.


गौरतलब है कि इससे पूर्व में भी सालासर में हुई श्री हनुमत महायज्ञ में भी डॉक्टर कौशिक ही मुख्य यज्ञाचार्य थे . धर्मशास्त्राचार्य डॉक्टर कौशिक अनेकों धार्मिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं इसके अलावा कई सारी पुस्तक के भी इनके द्वारा लिखी गई है, साथ ही साथ स्थानीय सप्त ऋषि वेद वेदांग ऋषि कुल ब्रह्मचर्य आश्रम के संस्थापक भी डॉक्टर कौशिक है.


उन्होंने बताया कि समारोह में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, मणिपुर के राज्यपाल अनुसुईया उइके, ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा, असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस.