राजस्थान के इस जिले में 175 प्रतिशत बारिश दर्ज, एशिया के बड़े मिट्टी के बांधों में शामिल मोरेल डैम ओवरफ्लो...19 इंच की चादर चली
Rajasthan Weather Rain Update: राजस्थान के इस जिले में 175 प्रतिशत बारिश दर्ज होने से सारे रिकॉर्ड टूट गए, एशिया के बड़े मिट्टी के बांधों में शामिल मोरेल डैम ओवरफ्लो होने के बाद यहां 19 इंच की चादर चली.
Rajasthan Weather Rain Update: दौसा जिले में इस बार मानसून की रिकॉर्ड तोड़ बारिश अब तक दर्ज हो चुकी है. जिले में 1,112 एमएम बारिश अब तक हो चुकी है यानी 175 प्रतिशत बारिश जिले में अब तक दर्ज की गई है. जबकि जिले की औसत बारिश 647 एमएम है.
बारिश की वजह से एशिया के बड़े मिट्टी के बांधों में शामिल मोरेल डैम ओवरफ्लो हो गया है और यहां पानी की 19 इंच की चादर चल रही है. वहीं जिले के झिलमिली बांध पर भी दो इंच की चादर चल रही है. इसके अलावा गेटोलाव , रेडिया , सिंथोली और दिवांचली बांध भी भरने की कगार पर हैं.
जिले के अन्य बांधों में भी तेजी से पानी की आवक हो रही है. अधिक बारिश होने से जिले के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है. जिसके चलते कुएं और बोरिंग में भी पानी का जलस्तर बड़ा है. साथ ही पानी की गुणवत्ता भी ठीक हुई है लेकिन अधिक बारिश होने से इस बार खरीफ की फसल में नुकसान अधिक होने की किसान संभावना व्यक्त कर रहे हैं लेकिन, आने वाली रबी की फसल अच्छी होने की भी उम्मीद की जा रही है. वही मौसम विभाग की माने तो अभी जिले में और बारिश होगी. पिछले 48 घंटे से जिले में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है पुलिस प्रशासन और सिंचाई विभाग भी बांधों पर निगाह बनाए हुए हैं.
राजस्थान मौसम लेटेस्ट अपडेट
दरअसल, मौसम विभाग का कहना है,'' मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी राजस्थान के कई भागों में आगामी 3 दिनों तक मानसून सक्रिय रहने के साथ ज्यादातर इलाकों में मध्यम और कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. जयपुर, कोटा, अजमेर और उदयपुर संभाग में कहीं-कहीं अति भारी बारिश आगामी 48 घंटों के दौरान होने की संभावना है. ''
मौसम विभाग के अनुसार,'' पश्चिमी राजस्थान में भी दो से तीन दिन कुछ जगहों पर मध्यम से कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान में 9 सितंबर से और पूर्वी राजस्थान में 10 सितंबर से भारी बारिश की गतिविधियों में कमी होने की संभावना है.''
मौसम विभाग की बारिश को लेकर किया अलर्ट जारी
मौसम विभाग का कहना है कि बारिश की वजह से निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है. साथ ही नदी और नालों में भी पानी की आवक बढ़ सकती है. मौसम विभाग ने अपील की है कि बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें. जल भराव इलाकों से दूर रहें. वाहन चालक सावधानी से वाहन चलाएं. साथ ही पेड़ों के नीचे जाने से बचें. मौसम विभाग का कहना है कि बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें या मौसम के सामान्य होने का इंतजार करें