Dausa News: वेतन विसंगति की दूर करने की मांग को लेकर 21 जून से मैस का बहिष्कार कर ड्यूटी कर रहे जेल प्रहरियों की अब तबीयत बिगड़ने लगी है. दौसा जिला अस्पताल में तबीयत बिगड़ने पर 7 जेल प्रहरियों को भर्ती करवाया गया, जिनमें से 5 जिला कारागृह के हैं तो वहीं दो श्यालावास स्थित केंद्रीय कारागृह के हैं.


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इनमें जिला कारागृह की दो महिला जेल प्रहरी भी शामिल हैं. जेल प्रहरी भूपेंद्र सिंह मीणा की मानें तो राजस्थान की सभी जेलों से अब तक करीब 1000 जेल प्रहरियों की तबीयत बिगड़ चुकी है, जिनका अलग-अलग जिलों में उपचार जारी है.


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जेल प्रहरियों का कहना है कि वेतन विसंगति की मांग को लेकर पूर्व में दो बार आंदोलन किए गए और दोनों ही बाहर सरकार से समझौते हुए और उन्हें आश्वस्त किया गया कि जल्द ही समझौतों पर अमल किया जाएगा लेकिन उसके बावजूद भी सरकार ने समझौतों को अनदेखा किया. अभी भी भूख हड़ताल से पहले 7 दिन तक जेलों में काली पट्टी बांधकर सरकार का ध्यान आकर्षण करने के लिए ड्युटी करते हुए आंदोलन किया लेकिन सरकार ने फिर भी ध्यान नहीं दिया.


जेल प्रहरियों ने मैस का कर दिया बहिष्कार 
ऐसे में मजबूर होकर 21 जून से प्रदेश की सभी जिलों के जेल प्रहरियों ने मैस का बहिष्कार कर भूख हड़ताल पर रहते हुए भी अपनी ड्यूटी दे रहे हैं जेल प्रहरियों की लगातार तबियत बिगड़ती जा रही है लेकिन उसके बावजूद भी सरकार की नींद नहीं टूट रही जेल प्रहरियों का कहना है. अब तो उनका आंदोलन उनकी वेतन विसंगति की मांग को पूरी करवा कर ही खत्म होगा तब तक उनका भूख हड़ताल का आंदोलन जारी रहेगा हालांकि वह इस दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए जेलों में ड्यूटी देते रहेंगे.