Rajasthan News: दौसा की मेहंदीपुर बालाजी थाना पुलिस ने 25 अप्रैल की रात्रि में गोली मारकर की गई युवक की हत्या के मामले का 24 घंटे में खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था. हत्या की वजह एक आरोपी की पत्नी से मृतक के अवैध संबंध का शक था, तो वहीं दोनों पार्टनरशिप में व्यापार भी करते थे, जिसके चलते लेनदेन का विवाद भी बताया जा रहा है. आरोपियों ने पूरे घटनाक्रम को सुसाइड का रूप देने के लिए मृतक बत्तू मीणा की जेब में एक जिंदा कारतूस रखा. वहीं, जिस अवैध देसी कट्टे से मृतक को गोली मारी गई थी, वह भी उसके समीप ही छोड़ दिया गया, ताकि किसी को यह शक नहीं हो कि इसकी हत्या की गई है. 


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परिजनों धरना देकर की कार्रवाई की मांग 
मेहंदीपुर बालाजी थाना प्रभारी गौरव प्रधान ने बताया कि मृतक बत्तू मीणा आरोपी जितेश मीणा के साथ टेंट हाउस का व्यापार करता था, जिसके चलते उसका जितेश के घर आना जाना था. जितेश को बत्तू के साथ उसकी पत्नी के अवैध संबंध का शक हुआ, तो 15 दिन पूर्व इनमें आपसी कहासुनी भी हुई. इसके बाद जितेश ने योजना बनाकर अपने तीन अन्य साथियों के साथ मृतक को ब्रह्मबाद गांव के जंगल में बुलाया, जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने हत्या की आशंका जताते हुए अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई, तो वही प्रकरण के खुलासे को लेकर मेहंदीपुर बालाजी थाने पर धरना प्रदर्शन भी किया गया. 


ब्लाइंड मर्डर के राज से पर्दाफाश
मामले की गंभीरता को भांपते हुए दौसा एसपी रंजिता शर्मा ने पुलिस की 5 टीमों का गठन किया और पूरे मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए. इस पर एफएसएल , साइबर , डीएसटी सहित पुलिस की अन्य टीमों ने काम शुरू किया, तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए. पुलिस ने अपने परंपरागत संसाधनों की बदौलत चांदेरा गांव निवासी बत्तू मीणा के ब्लाइंड मर्डर के राज से पर्दाफाश करते हुए ब्रह्मबाद गांव निवासी जितेश मीणा, अशोक मीणा, रामनाथ मीणा और विकास मीणा को गिरफ्तार कर लिया. इस पूरा घटनाक्रम का मास्टरमाइंड मुख्य आरोपी जितेश मीना है.


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