Dausa News: राजस्थान के दौसा जिले से एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है. जिसे जानकर आपके रोंगटें खड़े हो जाएंगे. आपको बता दें कि National Eligibility Exam Test (NEET) का परिणाम आया. इस बार राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) का परिणाम काफी बेहतर रहा है. कई छात्रों ने तो 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं. तो कुछ ऐेसे भी हैं जो नीट (NEET) में सफलता हासिल करने से चूक गए. उन्हीं में से राजस्थान के दौसा जिले से एक छात्र है, जिसका नीट में सिलेक्शन नहीं होने पर उसने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी. 


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तीसरी बार फेल होने पर दी जान


छात्र अजीत मीणा सीकर में रहकर नेशनल एलिजिबिलिटी एग्जाम (NEET) की तैयारी कर रहा था. लेकिन जब नीट में सफलता नहीं मिली तो छात्र ने परेशान होकर ये कदम उठा लिया. अजीत मीणा अपने परिवार का इकलौता बेटा था. जो अपने माता-पिता और अपने सपनों को साकार नहीं कर पाया तो उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. 


 



जयपुर-आगरा हाइवे के पास हुआ हादसा


ये पूरी घटना दौसा के शहरी इलाके की है. पुलिस के मुताबिक जयपुर से आगरा जाने वाले हाईवे के पास रेलवे ओवरब्रिज के नजदीक एक युवक की ट्रेन से कटने की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और युवक की पहचान शहर के ही रहने वाले अजीत मीणा के रूप में हुई. अजीत मीणा ने इस बार तीसरी बार राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) का एग्जाम दिया था. परंतु इस बार भी वह असफल रहा. 


 



तीसरी बार दिया था एग्जाम


रिजल्ट आने के बाद नीट (NEET) में चयन न होने से वह काफी परेशान हो रहा था. घर से जाने से पहले उसने घर पर कहा कि वह ईमित्र पर जा रहा है, लेकिन अजीत मीणा वापस घर नहीं लौटा. अजीत के पिता पूरण पीटीआई हैं. जिन्होंने 12th क्लास के साथ ही अजीत को नीट की तैयारी करवाने के लिए सीकर छोड़ दिया था, लेकिन इस बार तीसरे प्रयास में भी वह पास नहीं हुआ. तो उसने ये कदम उठा लिया. अजीत परिवार का इकलौता बेटा था. अजीत मीणा दो बहनों में अकेला भाई था. 


Disclaimer- ये लेख सामान्य जानकारी और लोगों द्वारा बताई गई कहानियों पर आधारित है, इसकी ज़ी मीडिया पुष्टि नहीं करता है.