Lalsot: दौसा के लालसोट में बुधवार को एक प्राइवेट अस्पताल में महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा के आत्महत्या मामला  तूल पकड़ता हुआ नजर रहा है. इस ममले में  एक ओर जहां निजी अस्पताल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग  की जा रहीं है तो वहीं, मेडिकल दुकानदारों ने भी बुधवार को अपनी सभी दुकानें बंद रखी है. इसके साथ ही अस्पताल परिसर में सभी सरकारी डॉक्टर ने भी 2 घंटे काम का बहिष्कार  किया है.आपको बता दें कि राजस्थान के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के गृह क्षेत्र लालसोट में 27 मार्च को प्रसूता आशा बेरवा को परिजनों ने डिलीवरी के लिए लालसोट के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया था. जहां डिलीवरी के कुछ घंटों बाद प्रेगनेट महिला की मौत हो गई. जिसके बाद महिला का शव और नवजात को लेकर परिजन अस्पताल से चले गए थे लेकिन उसके कुछ देर बाद परिजन कुछ लोगों के साथ शव लेकर अस्पताल के बाहर कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए थे. कई घंटों तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन और प्रदर्शनकारियों में अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ धारा 302 में प्रकरण दर्ज कराने पर सहमति बनी था. साथ ही नियम अनुसार सरकारी सहायता की बात भी कही गई. उसके बाद पुलिस ने मृतक महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया था .


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ेः राज्यसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही राजस्थान में कांग्रेस नेताओं की लॉबिंग तेज!


उसके कुछ ही देर बाद खबर आई जिस डॉक्टर अर्चना शर्मा के खिलाफ 302 में प्रकरण दर्ज किया गया है, उसने घर में ही आत्महत्या कर ली. इस खबर के साथ ही  मेडिकल क्षेत्र में हड़कंप मच गया तो वहीं, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के भी हाथ पैर फूल गए. डॉक्टर की मौत के बाद एक सुसाइड नोट भी सामने आया है जो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है 'मैंने किसी को नहीं मारा, डॉक्टरों को प्रताड़ित करना बंद करो.  मैंने प्रसूता को बचाने का  बहुत प्रयास किया गया लेकिन उसका पीपी कम होने की वजह से वह नहीं बच सकी.  मेरे ऊपर हत्या के जो आरोप लगाए गए हैं, वह ठीक नहीं है, मेरी मौत मेरी बेगुनाही साबित कर देगी .मैं मेरे बच्चों से और पति से बेहद प्यार करती हूं और इन्हें परेशान नहीं किया जाए'. इस घटनाक्रम के बाद मृतका के खिलाफ डॉक्टर के पति डॉ. सुनीत उपाध्याय ने भी लालसोट थाने में डॉ अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने, उसे आहत करने के मामले को लेकर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.  वहीं, प्रसूता के पति के जरिए दर्ज करवाए गए धारा 302 के प्रकरण को लेकर पुलिस पर भी सवाल खड़े किए हैं.
विरोध प्रर्दशन के कारण  लालसोट में सभी मेडिकल जगत से जुड़े लोगों के साथ साथ आम बाजार भी बंद करवाए जा रहे हैं . इलाके के क्षेत्र की जनता भी अब डॉ अर्चना शर्मा की मौत का इंसाफ मांग रही है. डॉ अर्चना शर्मा  आत्महत्या के प्रखरण को आघ की तरङ फैलेते देख  दौसा जिला पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह सचेत है और इलके में बड़ी भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है. साथ ही पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी मामले को लेकर निगाह बनाए हुए हैं .


वहीं, पूरे घटनाक्रम को लेकर दौसा कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी ने कहा कि 'सरकार पूरे मामले को लेकर गंभीर है और जयपुर संभागीय आयुक्त के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है, वह टीम पूरे प्रकरण की जांच करने के बाद ही राज्य सरकार को इसकी रिपोर्ट सौंपेगी. साथ ही जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त  कार्रवाई अमल में लाई जाएगी .


Reporter: Laxmi Avtar Sharma