Dausa News : महाराणा सांगा की जयंती के उपलक्ष पर आज दौसा जिले के बसवा में अनेक आयोजन हुए. इन कार्यक्रमों में मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने भाग लिया. जैसे ही लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ बसवा में पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया और मोटरसाइकिल ओ से युवाओं ने उनकी अगवानी की जिसके बाद वह महाराणा सांगा सर्किल पर पहुँचे और पुष्पांजलि अर्पित की.


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महाराणा सांगा की जयंती के अवसर पर 551 महिलाओं ने कलश यात्रा भी निकाली इस कलश यात्रा में भी लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मौजूद रहे इस दौरान जगह-जगह कलश यात्रा का पुष्प वर्षा करके स्वागत किया गया इस दौरान लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ खुली जीप में लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए नजर आए. अपने दौरे के दौरान लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ महाराणा सांगा के चबूतरे पर पहुंचे और वह शीश नवा कर पूजा अर्चना की. इस दौरान महाराणा सांगा के चबूतरे को विकसित करवाने के प्रयास करने की बात कही.


 



इसी दौरान महाराणा सांगा के चबूतरे पर एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का 51 किलो के फूलों की माला से स्वागत किया गया. जिसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि महाराणा सांगा के जीवन से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए, हर व्यक्ति यह जानता है कि उनके 80 घाव थे, इसके बावजूद भी वे लड़ते रहे और हार नही मानी.


वर्तमान में युवा पीढ़ी के महाराणा सांगा प्रेरणा के बड़े स्रोत है, जब देश के युवा छोटी-छोटी बातों पर तनाव में आ जाते हैं और सुसाइड जैसे कदम उठा लेते हैं जबकि महाराणा सांगा के पूरे शरीर में घाव होने के बावजूद भी वह वीरता के साथ लड़ते रहे, ऐसे में वर्तमान में युवाओं को संस्कृति को संजोकर रखने के लिए आगे आना चाहिए साथ ही कभी हार नहीं मानने की प्रेरणा महाराणा सांगा से लेनी चाहिए.


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