Sikrai: दौसा के सिकराय में पंचायत समिति सभागार में साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही. जहां बिजली पानी अतिक्रमण सहित भ्रष्टाचार के मुद्दे छाए रहे. पंचायत समिति सदस्यों ने कहा सिकराय के सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता. कमीशन का भारी-भरकम खेल हो रहा है. 


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वही एक सदस्य ने तो रास्ते से अतिक्रमण नहीं हटाने के चलते बैठक के दौरान ही गोली खाकर आत्महत्या करने की धमकी तक दे दी. आत्महत्या की धमकी के बाद बैठक में मौजूद अधिकारी सकते में आ गए. इसके बाद एसडीएम जनक सिंह ने रास्ते से अतिक्रमण हटाने का भरोसा दिया और सदस्य को शांत करवाया. 


लंबे अंतराल के बाद सिकराय पंचायत समिति में साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया. जहां सदस्यों का अधिकारियों पर गुस्सा फूट पड़ा. पंचायत समिति सदस्य केदार मीणा ने बैठक के दौरान कहा उनके वार्ड में आम रास्ते पर बाहुबलियों ने अतिक्रमण कर लिया, जिसकी शिकायत सिकराय उपखण्ड के अधिकारियों से लेकर कलेक्टर तक कर चुके. यहां तक कि जयपुर भी उच्च अधिकारियों को पत्र लिखे गए. 


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लेकिन रास्ते से अतिक्रमण नहीं हटाया गया. उन्होंने कहा आखिर अतिक्रमण कारी की सिस्टम से क्या मिलीभगत है, जो वह सब पर भारी पड़ रहा है. सदस्य केदार मीणा अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर बोलते बोलते भावुक हो गए और उनकी आंखों से आंसू छलक गए. साथ ही उन्होंने बैठक के दौरान अधिकारियों को गोली खाकर आत्महत्या करने की धमकी भी दे डाली. 


इस पर बैठक में मौजूद एसडीएम जनक सिंह सहित अन्य अधिकारी सकते में आ गए. सदस्य केदार प्रसाद मीणा के दर्द को देखते हुए सदस्य महेंद्र मीणा भी आग बबूला हो गए और अधिकारियों पर बरस पड़े और जमकर खरी-खोटी सुनाई. उसके बाद एसडीएम जनक सिंह ने सदस्य केदार मीणा और महेंद्र मीणा को रास्ते से अतिक्रमण हटाने का भरोसा देकर मामला शांत करवाया. 


सदस्य केदार मीणा ने कहा चुनाव के दौरान अतिक्रमण कारी मेरा प्रतिद्वंदी रहा है और चुनाव हारने के रंजिशवश उसने आकाओं के आशीर्वाद के चलते रास्ते पर अतिक्रमण कर लिया. लेकिन शिकायत के बावजूद भी आकाओं के आशीर्वाद के चलते अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं. वही सदस्य महेंद्र मीणा ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा या तो वे अपना रवैया सुधार ले नही तो उनके खिलाफ बिगुल बजाया जाएगा. 


वहीं जिला परिषद सदस्य मेघराम नांदरी ने कृषि विभाग में कमीशन के खेल का आरोप लगाते हुए कहा, खेतों में तारबंदी की फाइलें बिना ठेकेदार से मिले और बिना कमीशन दिए स्वीकृत नहीं होती. ऐसे में शहर के किसान भ्रष्टाचार के आगे बेबस हैं. वहीं शहर में पेयजल की समस्या और बार-बार बिजली की ट्रिपिंग का मुद्दा भी छाया रहा . साधारण सभा की बैठक के दौरान सिकराय एसडीएम जनक सिंह, पंचायत समिति की प्रधान कमला मीणा, विकास अधिकारी सहित अन्य अधिकारी और पंचायत समिति सदस्य मौजूद रहे. 


Report: Laxmi Sharma