Dausa: राजस्थान में पारदर्शिता से प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करवाना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. प्रदेश में जब भी कोई परीक्षा आयोजित होती है तो कहीं ना कहीं से उसका पेपर लीक होता है. और वह आउट हो जाता है ऐसे में परीक्षा की तैयारी में जुटे अभ्यर्थी मायूस होते हैं और अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं.


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हाल ही में वरिष्ठ अध्यापक का सामान्य ज्ञान का पेपर आउट होने के बाद एक बार फिर सिस्टम पर सवाल खड़े हो गए. परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी जब परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे तो उन्हें यह कहकर वापस परीक्षा केंद्र से लौटा दिया गया कि तकनीकी खामी के कारण आज आप का पेपर निरस्त हो गया. लेकिन जब पेपर आउट होने का भंडाफोड़ हुआ तो अभ्यर्थी मायूस हो गए तब अभ्यर्थियों का कहना था पिछले लंबे समय से परीक्षा की तैयारी कर रहे थे लेकिन कमजोर सिस्टम ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया.


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दौसा से विधायक और राजस्थान सरकार में कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा ने प्रदेश में प्रतियोगिता परीक्षाओं के पेपर आउट होने को लेकर कहा यह हमारे लिए दुर्भाग्य्य की बात है. मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा राज्य सरकार ने करीब 135000 पदों पर तो लोगों को पोस्टिंग दे दिया. और करीब 125000 भर्तियां प्रक्रियाधीन है और उसके लिए परीक्षाएं आयोजित करवाई जा रही हैं. और आने वाले समय में करीब सवा लाख लोगों को और रोजगार देंगे. 


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पेपर आउट को लेकर मंत्री ने कहा इसके लिए पिछले सत्र में राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में सख्त कानून बनाया गया है. और वह कानून राज्यपाल को भेजा गया था. लेकिन उस पर हस्ताक्षर हुए या नहीं हुए यह मुझे पता नहीं है जैसे ही राज्यपाल के उस पर हस्ताक्षर हो जाएंगे तुरंत उस कानून को प्रदेश में लागू करेंगे ताकि ऐसा कृत्य करने वाले लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके और पेपर आउट और नकल के मामले बंद हो सके मंत्री मुरारी लाल मीणा ने कहा पेपर आउट होना या नकल होना बहुत गलत बात है.


Reporter- Laxmi Sharma