Solar eclipse 2022: सूर्यग्रहण पर मेहंदीपुर बालाजी के पट बंद, बुधवार सुबह शुद्धिकरण के बाद शुरू होंगे दर्शन
Mehndipur Balaji shut doors due to Solar Eclipse: 25 अक्टूबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण के कारण मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के कपाटों को बंद कर दिया है, जिसे बुधवार को शुद्धिकरण के बाद कोला जाएगा.
Mehndipur Balaji shut doors due to Solar Eclipse: हर साल दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है, क्योंकि आज 25 अक्टूबर की शाम तक पूरे देश में आंशिक सूर्य ग्रहण होगा. ऐसे में गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को होगी. कई सालों बाद ऐसा हुआ है कि दिवाली और गोवर्धन के बीच एक दिन का गैप हुआ है.
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ऐसे में कहते है कि ग्रहण के समय भगवान पर शनि की छाया रहती है जो उन्हें पीड़ा पहुंचाती है. जिसके चलते सभी मंदिरों के कपाट बंद हो जाते है. इसलिए 25 को लगने वाले ग्रहण के सूतक के समय भी सभी मंदिरों के पट बंद रहेंगे और ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिरों का शुद्धिकरण किया जाएगा. इसके बाद ही मंदिरों में भक्त दर्शन कर पाएंगे.
वहीं, सूर्यग्रहण के चलते प्रसिद्ध मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के भी पट नहीं खुले हैं. सूतक लगने के कारण पूरे दिन मंदिर बंद रहने से श्रद्धालु बालाजी के दर्शन नहीं कर सकेंगे. ऐसे में ग्रहण काल खत्म होने के बाद शाम को मंदिर का शुद्धिकरण किया जाएगा. फिर बुधवार सुबह आरती के बाद से ही दर्शन शुरू होंगे. इस बारें में मंदिर ट्रस्ट ने इसकी सूचना बोर्ड लगाकर अनाउंस किया है. इसके साथ दौसा के प्रमुख मंदिरों के भी पट बंद हैं.
कब से कब तक रहेगा सूर्यग्रहण
हिन्दी पंचांग के मुताबिक 25 अक्टूबर की शाम 4 बजे से सूर्य ग्रहण शुरू होगा. शाम 6.25 बजे ग्रहण खत्म होगा. ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है. सूर्य ग्रहण का सूतक 25 तारीख की सुबह 4 बजे से शुरू होगा. इस दौरान पूजा-पाठ जैसे शुभ काम नहीं किए जाते हैं.
इस वजह से सभी मंदिर के कापाट बंद रहते हैं. ज्योतिषविद बताते हैं कि इन दो पर्वों के बीच सूर्य ग्रहण और बुध, गुरु, शुक्र, शनि का अपनी-अपनी राशि में होना, इस बार दुर्लभ हुआ है. ऐसा योग पिछले 1300 सालों में नहीं बना है. ये ग्रहण देश के अधिकतर हिस्सों में दिखेगा. जिसकी शुरुआत शाम 4 बजे के बाद होगी.
सूतक और ग्रहण के दौरान क्या करे
वहीं, पंडितों और ज्योतिष आचार्य का कहना है सूतक और सूर्य ग्रहण के दौरान मानसिक जाप करना अच्छा रहता है. इससे राशियों पर पड़ने वाला बुरा प्रभाव कम हो जाता है तो वही सिद्धियां भी प्राप्त होती है. ग्रहण काल के दौरान खाना भी वर्जित माना जाता है लेकिन बीमार व्यक्तियों के लिए इसकी छूट होती है.
Reporter: Laxmi Avatar Sharma
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