Rajasthan Crime: दौसा जिले के महवा थाना क्षेत्र के बडीन कमालपुर गांव निवासी दीपक मीणा के घर में उस समय खुशी का माहौल था जब दीपक ने UPSC प्री क्वालीफाई किया था. इसके बाद दीपक मेंस एग्जाम की तैयारी के लिए वह दिल्ली चला गया. परिजनों को 20 सितंबर को दीपक की मौत की खबर मिली तो कोहराम मच गया. पूरे गांव में मातम छा गया. अब इस पूरे मामले की दिल्ली पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है.


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दरअसल, दीपक मीणा ने जयपुर में रहकर UPSC की ऑनलाइन कोचिंग कर प्री-परीक्षा पास की और मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए वह जुलाई माह में दिल्ली चला गया. जहां रहकर वह तैयारी कर रहा था. परिजनों का कहना है दीपक रोज रात को 8:00 बजे उनसे बात करता था लेकिन उनकी दीपक से अंतिम बार बात 10 सितंबर को हुई. जिसके बाद दीपक का 11 और 12 सितंबर को उनके पास कोई फोन नहीं आया तो 13 सितंबर को उन्होंने दीपक को फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया.



इसके बाद 14 सितंबर को परिवार के लोग दिल्ली पहुंचे और दीपक के साथ PG में रहने वाले साथियों से बात की. उन्होंने बताया दीपक 11 सितंबर को पीजी से गया था जिसके बाद वापस नहीं लौटा. जब परिजन जिस कोचिंग से दीपक तैयारी कर रहा था वहां भी पहुंचे तो वहां भी उन्हें दीपक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद परिजनों ने एक और जहां अपने स्तर पर दीपक की तलाश शुरू की तो वहीं दिल्ली के मुखर्जी नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई.



20 सितंबर को पुलिस को दीपक मीणा का शव मुखर्जी नगर थाना क्षेत्र में ही एक पेड़ से लटका हुआ मिला. परिजन भी मौके पर पहुंचे तो युवक के पैर जमीन से सटे हुए थे. ऐसे में परिजनों ने दीपक की हत्या की आशंका जताई है. वहीं पुलिस ने भी युवक का पोस्टमार्टम करवा कर मामले की जांच शुरू कर दी.



अब सवाल यह है कि दीपक ने आत्महत्या की या यह हत्या हुई. यह तो पुलिस जांच के बाद ही साफ होगा.दीपक के भाई दौलत मीणा का कहना है इस मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए और पूरे मामले का पटाक्षेप होना चाहिए. दीपक मीणा के पैतृक निवास पर तीसरे की बैठक हुई. जहां उसके घर दुख व्यक्त करने आने वाले लोगों का तांता लग गया. तो वहीं परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है.