धौलपुरः अंग्रेजी माध्यम स्कूल को लेकर शिक्षा विभाग का बाड़ी के साथ सौतेला व्यवहार क्यों?
अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाने को लेकर शिक्षा विभाग का बाड़ी के साथ सौतेला व्यवहार. जिले के 20 स्कूलों में से बाड़ी का भेजा केवल एक प्रस्ताव बसेड़ी जैसे छोटे कस्बे से 05 और जिला मुख्यालय से 08 स्कूल अभिभावकों में आक्रोश है.इस मामले को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया.
बाड़ी: धौलपुर जिले के बाड़ी विधानसभा के बाड़ी में राजस्थान सरकार द्वारा शिक्षा में अंग्रेजी माध्यम के महत्व को देखते हुए लगातार हिंदी माध्यम स्कूलों में छात्रों की संख्या कम होने साथ, अंग्रेजी माध्यम निजी स्कूलों में छात्रों से मोटी फीस वसूलने और शोषण को लेकर सरकारी महकमे के स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम में कन्वर्ट करने का आदेश दिया है. जिसके तहत पूरे प्रदेश में आगामी सत्र से 1000 अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले जाना प्रस्तावित हैं. जिसके लिए प्रत्येक जिले के शिक्षा विभाग से प्रस्ताव मांगे गए हैं. दिए गए ज्ञापन में बताया कि धौलपुर से जो प्रस्ताव बनाकर शिक्षा विभाग ने भेजे हैं, उनमें बाड़ी के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है.
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शिक्षा विभाग द्वारा जिले से 20 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए प्रस्ताव भेजा है. जिसमें बाड़ी से केवल एक स्कूल का नाम रखा गया है, जबकि बसेड़ी जैसे छोटे कस्बे से पांच, सैपऊ से दो,राजाखेड़ा से तीन और धौलपुर जिला मुख्यालय से आठ स्कूल प्रस्तावित हैं. जनसंख्या और छात्र संख्या के हिसाब से देखा जाए तो जिला मुख्यालय के बाद बाड़ी का नाम आता है. ऐसे में बाड़ी उपखंड पर कम से कम तीन या चार स्कूल खोले जाने चाहिए थे. जो जनसंख्या के हिसाब से भी जरूरी है.
इसी को लेकर अभिभावकों में आक्रोश है और उन्होंने उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा को एक ज्ञापन सौंपा. मामले में शिक्षा विभाग को शहर के बालिका विद्यालय,आदर्श यूपीएस किला स्कूल,सीनियर सेकेंडरी स्कूल और हथियापोर उच्च प्राथमिक विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम में खोले जाने की मांग करते हुऐ प्रस्ताव बनाकर भेजने का आग्रह किया है.
Report- Bhanu Sharma